गुजरात के सूरत शहर में एक लड़के को एक पुलिस उप-निरीक्षक ने मारा-पीटा। लड़का गलती से उस सड़क पर साइकल चला रहा था जहां प्रधानमंत्री के काफिले की रिहर्सल चल रही थी। यह घटना गुरुवार को हुई, जो प्रधानमंत्री के सूरत दौरे से एक दिन पहले की थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो सामने आने के बाद लोग पुलिस और सरकार पर गुस्सा जता रहे हैं।
वीडियो में दिखाया गया है कि शहर के लिंबायत इलाके में प्रधानमंत्री के काफिले की गाड़ियां खाली दिखने वाली सड़क से गुजर रही हैं। जैसे ही गाड़ियां आगे बढ़ती हैं, लड़के को उसी रास्ते पर साइकिल चलाते हुए देखा जा सकता है।
इसके बाद वीडियो में पुलिस इंस्पेक्टर जिनकी पहचान बीए गढ़वी के रूप में हुई है, को लड़के के बाल खींचते, धक्का देते और थप्पड़ मारते हुए दिखाया गया है। गढ़वी, जो मोरबी जिले में तैनात हैं, प्रधानमंत्री के दौरे के लिए तैनात सुरक्षा बल का हिस्सा थे।
इस घटना ने काफिले की सुरक्षा और पुलिस की लापरवाही को लेकर कई चिंताएं पैदा कर दी हैं। अधिकारियों ने सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सूरत में एक खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ किया और 2.3 लाख से अधिक लाभार्थियों को लाभ वितरित किया।
जनता नाराज़लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा है- इससे पता चलता है कि गुजरात मॉडल में भाजपा शासन में पुलिस व्यवस्था कितनी असंवेदनशील, अपरिपक्व और क्रूर हो गई है।
पीयूष दोबरिया की टिप्पणी भी पढ़िये- यह है विकसित सूरत और स्मार्ट सूरत पुलिस। छोटे बच्चों को पीटना और बहादुरी दिखाना....
कल्याणा घोषाल ने लिखा है- पाखंडी के अधीन 'मजाक'तंत्र की जननी...। सूरत में प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते में साइकल चलाने वाले लड़के को मुक्का मारते हुए पुलिस वाले को कैमरे में कैद किया गया।
गुजरात पुलिस की ऐसी हरकत की यह पहला वीडियो नहीं है। इससे पहले पुलिस पर दलितों को पीटते हुए परेड कराने का आरोप लग चुका है। विपक्ष का आरोप है कि पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है।