अहमदाबाद के विभिन्न इलाक़ों में 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' के पोस्टर लगाने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अहमदाबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है और इसकी आगे की जांच की जा रही है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार अहमदाबाद पुलिस ने कहा कि 'आपत्तिजनक पोस्टर' पोस्टर शहर के विभिन्न हिस्सों में 'अनधिकृत तरीके' से लगाए गए थे।
यह कार्रवाई तब की गई है जब ऐसे पोस्टर देश भर में कई शहरों में लगाए गए हैं। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक दिन पहले ही राष्ट्रव्यापी पोस्टर अभियान शुरू किया है। गुजरात आप प्रमुख इसुदन गढ़वी ने ट्वीट कर कहा है कि गिरफ्तार किए गए लोग पार्टी कार्यकर्ता हैं। उन्होंने भाजपा पर 'तानाशाही' का आरोप लगाया और दावा किया कि गिरफ्तारियाँ इस बात का सबूत है कि पार्टी 'डर गई' है।
क़रीब एक हफ्ते पहले ही आप ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाने वाले पोस्टर पहली बार दीवारों पर चिपकाए थे। राजधानी दिल्ली में मोदी हटाओ देश बचाओ पोस्टर लगाने पर दिल्ली पुलिस ने 100 एफआईआर दर्ज की थी। इस आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिनमें दो प्रिंटिंग प्रेस मालिक भी थे। दिल्ली में लगाए गए सैकड़ों पोस्टर को दिल्ली पुलिस हटाती हुई दिखी थी। तब संसद के बाहर और अंदर विपक्षी दलों के सांसदों ने इससे तीखे पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन किया था।
दिल्ली में पुलिस की इस कार्रवाई पर बीजेपी सरकार की तीखी आलोचना की गई थी। कहा गया था कि क्या अब लोगों को प्रदर्शन का भी अधिकार नहीं है। हालाँकि तब अधिकारियों ने कहा था कि ज्यादातर एफआईआर सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम और प्रेस और पुस्तक पंजीकरण अधिनियम के तहत दर्ज की गई थीं।
गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अंग्रेजों ने भी उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ पोस्टर लगाए थे।
इसके बाद तो आप और भी हमलावर हो गई है। इसने इसको लेकर अब अभियान छेड़ दिया है। आप का 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' अभियान देश भर में 11 भाषाओं में शुरू किया गया। अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू के अलावा, गुजराती, पंजाबी, तेलुगु, बंगाली, उड़िया, कन्नड़, मलयालम और मराठी में भी पोस्टर जारी किए गए हैं।