गुजरात हादसाः राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा

08:47 am Nov 01, 2022 | सत्य ब्यूरो

गुजरात में कल बुधवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। राज्य सरकार ने कहा है कि मोरबी हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस शोक की घोषणा की गई है। इस बीच घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है। पीएम मोदी आज मंगलवार को मोरबी में आने वाले हैं। 

मोरबी में रविवार शाम को केबल वाला झूलतो पुल गिरने से काफी लोग माछु नदी में गिर गए। सरकारी तौर पर मरने वालों की तादाद 134 बताई गई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह संख्या 141 बताई गई है। कुछ लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है। पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन गिरफ्तार लोग ओरेवा कंपनी के कर्मचारी हैं, जिनकी ड्यूटी झूलतो पुल पर लगाई गई थी। अभी ओरेवा के मुख्य ठेकेदार को गिरफ्तार नहीं की गई है। सीपीएम का आरोप है कि मुख्य ओरेवा ठेकेदार बीजेपी और आरएसएस से जुड़ा हुआ है, इसलिए उसे बचाया जा रहा है। मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीपसिंह झाला ने कहा कि शहर स्थित ओरेवा समूह को पुल के नवीनीकरण और संचालन का ठेका दिया गया था।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में पुल की मरम्मत कराने वाली कंपनी ओरेवा के मैनेजर, टिकट लेने वाले, पुल की मरम्मत करने वाले ठेकेदार और तीन सुरक्षा गार्ड शामिल हैं जिनका काम भीड़ को नियंत्रित करना था। गुजरात स्थित ओरेवा कंपनी पर कई सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। हालाँकि इसके बावजूद किसी भी शीर्ष अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। मोरबी के पुलिस प्रमुख अशोक यादव ने आज कहा, 'हम दोषियों को छोड़ेंगे नहीं, हम किसी को नहीं बख्शेंगे।'

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मोरबी नगर निकाय के साथ 15 साल के समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद ओरेवा ने कथित तौर पर 'पुल नवीनीकरण के तकनीकी पहलू' को एक अज्ञात रिकॉर्ड वाली एक छोटी कंपनी, देवप्रकाश सॉल्यूशंस को आउटसोर्स कर दिया।

कंपनी रखरखाव और मरम्मत के लिए पुल को कम से कम आठ से 12 महीने तक बंद रखने के अपने अनुबंध से बाध्य थी। पुलिस ने एक प्राथमिकी में कहा कि पिछले हफ्ते पुल को खोलना गंभीर रूप से गैर जिम्मेदार और लापरवाही वाला संकेत था।