अजीबोगरीब मामला सामने आया है। गुजरात का एक ठग और उसको जेड-प्लस सुरक्षा मिल गई। एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी। एक पांच सितारा होटल में आधिकारिक आवास। जम्मू कश्मीर प्रशासन इस ठग की मेहमानवाजी में महीनों लगा रहा। सीमाई पोस्ट का दौरा भी किया। यहाँ तक कि उसने अधिकारियों के साथ कई बैठकें भी कीं। ऐसा इसलिए हो पाया कि उसने खुद को पीएमओ का अधिकारी बताया था। यह पूरा मामला बिलकुल फिल्मी अंदाज़ में हुआ।
लेकिन अब वह ठग कई महीने बाद गिरफ़्तार किया जा सका। प्रधानमंत्री कार्यालय में रणनीति और अभियानों के लिए एक अतिरिक्त निदेशक होने का ढोंग रचने वाले किरण पटेल को कम से कम 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने गुप्त रखा था। गुरुवार को मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उसकी गिरफ्तारी की जानकारी सामने आयी। इसके बाद ट्विटर पर किरण पटेल के वीडियो वायरल हुए जिसमें वह सुरक्षा अधिकारियों से घिरा दिख रहा है।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो को किरण पटेल नाम के ट्विटर अकाउंट से ही साझा किया गया है। ट्विटर पर वह अकाउंट सत्यापित है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार उसके एक हजार से अधिक फॉलोअर्स में भाजपा गुजरात के महासचिव प्रदीपसिंह वाघेला भी शामिल हैं। पटेल ने अर्धसैनिक गार्डों से घिरे कश्मीर में अपनी 'आधिकारिक यात्राओं' के कई वीडियो और तस्वीरें साझा की हैं।
उसने अपने ट्विटर बायो में कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी, वर्जीनिया से पीएचडी, आईआईएम त्रिची से एमबीए, साथ ही कंप्यूटर साइंस में एम.टेक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.ई. होना लिखा है।
ट्विटर पर एक यूज़र ने कई तसवीरें साझा करते हुए लिखा है, 'पीएमओ का अधिकारी बनकर अहमदाबाद का ठग किरण पटेल जेड प्लस सुरक्षा, बुलेटप्रूफ वाहनों के साथ 4 महीने तक कश्मीर में घूमता रहा। सीआईडी ने 3 मार्च को गिरफ्तार किया था। कई अपराधों में शामिल।'
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार पटेल को सुरक्षा अधिकारियों ने 3 मार्च को कश्मीर घाटी से गिरफ्तार कर लिया। पटेल ने कथित तौर पर दावा किया था कि उसे दक्षिण कश्मीर में सेब के बागों के लिए खरीदारों की पहचान करने के लिए सरकार द्वारा चुना गया था और कुछ आईएएस अधिकारी उससे खौफ में थे क्योंकि वह राष्ट्रीय स्तर पर उच्च रैंकिंग वाले नौकरशाहों और राजनेताओं के नाम ले रहा था।
पटेल ने घाटी में पहली यात्रा फरवरी में की थी। बाद में उसने कई यात्राएँ कीं। एक वीडियो में वह अर्धसैनिक गार्डों के साथ बडगाम के दूधपथरी में बर्फ में चलते हुए दिखाई दे रहा है। उसने श्रीनगर में घंटाघर लाल चौक के सामने एक तस्वीर भी खिंचवाई।
ऐसे पकड़ा गया
2 मार्च को जब वह हवाईअड्डे पर उतरा तो सुरक्षा एजेंसियों को शक हुआ क्योंकि किसी वीआईपी मूवमेंट की कोई सूचना नहीं थी। हवाईअड्डे पर उसे रोकने का प्रयास किया गया लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली क्योंकि वह पहले ही होटल के रास्ते में एक बुलेट प्रूफ कार में सवार हो गया था।
अदालत के दस्तावेजों में कहा गया है कि उससे पूछताछ और बाद में गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने उसके कब्जे से जाली पहचान पत्र बरामद किए।