आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अमित पालेकर को गोवा में पार्टी के मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में आगे किया है। आम आदमी पार्टी पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के साथ ही गोवा में भी जोर-शोर से चुनाव लड़ रही है। केजरीवाल ने गोवा के लोगों से मुफ्त बिजली देने, नौकरियां देने और बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने सहित कई बड़े वादे किए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने 18 साल से ऊपर की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये देने, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने सहित कई वादे किए हैं। 40 सदस्यों वाली गोवा की विधानसभा के लिए एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है।
बता दें कि केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब में भी मुख्यमंत्री के चेहरे का एलान किया था। पार्टी ने वहां भगवंत मान के नाम पर दांव लगाया है जो सांसद होने के साथ ही पंजाब में पार्टी के प्रधान भी हैं।
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गोवा के लोग बदलाव चाहते हैं और उन्हें दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के द्वारा किए गए कामों के बारे में पता चल चुका है। इस मौके पर दिल्ली मैं आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी मार्लेना भी मौजूद रहीं।
कौन हैं अमित पालेकर?
अमित पालेकर भंडारी समाज से आते हैं। भंडारी समाज ओबीसी समुदाय का हिस्सा है। गोवा में ओबीसी समुदाय की आबादी 35 फ़ीसदी है। 40 साल के अमित पालेकर पिछले साल अक्टूबर में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे और इस बार वह सेंट क्रूज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अमित पालेकर पेशे से वकील हैं।
गोवा का विधानसभा चुनाव इस बार टीएमसी और आम आदमी पार्टी के मैदान में उतरने के कारण बेहद जोरदार हो गया है। केजरीवाल ने बीते महीनों में लगातार गोवा के दौरे किए हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी पार्टी यहां कामयाबी हासिल करेगी। गोवा के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन किया है जबकि टीएमसी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
ज़ीरो सीट मिली थी
2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में पूरा जोर लगाने के बाद भी आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका था। पिछली बार पार्टी ने 39 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे 6 फीसद वोट मिले थे। आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और पूर्व नौकरशाह एलविस गोम्स चौथे नंबर पर रहे थे और बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
दिल्ली जीती
2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब, गोवा में हार के बाद हालांकि आम आदमी पार्टी ने 2020 में दिल्ली का विधानसभा चुनाव शानदार ढंग से जीता और उसके बाद कोरोना के कारण बने हालात के बाद भी वह 2022 में गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है।
उत्तर प्रदेश में भी वह कई सीटों पर अकेले चुनाव मैदान में उतर रही है। 2017 के परिणामों के बाद आम आदमी पार्टी के सियासी विस्तार पर सैकड़ों सवाल उठ रहे थे। लेकिन इस बार पार्टी ज्यादा जोश में दिखाई देती है। देखना होगा कि वह चार चुनावी राज्यों में कैसा प्रदर्शन करती है।