पूर्व विश्व चेस चैंपियन गैरी कास्परोव ने कहा- पुतिन के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो
दुनिया के महान शतरंज (चेस) खिलाड़ी और पूर्व विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्परोव ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर तीखी हमला बोला है। इस रूसी मानवाधिकार कार्यकर्ता ने सभी वर्ल्ड पावर्स से यूक्रेन पर हमले के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ एक कठोर फौजी कार्रवाई और आर्थिक रणनीति अपनाने का आग्रह किया। अमेरिकी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कास्परोव ने पश्चिमी देशों से मास्को से अपने राजदूतों को वापस बुलाने, रूस को ग्लोबल पुलिस एजेंसी इंटरपोल से बाहर निकालने और यूक्रेन पर नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने का आह्वान किया।
कास्पारोव ने कहा, रूस को पाषाण युग में वापस डाल दिया जाना चाहिए ताकि यह तय हो सके कि रूस का तेल और गैस उद्योग, पुतिन की हुकूमत पश्चिमी तकनीकी सहायता के बिना काम नहीं कर सकते। अमेरिका और अन्य नाटो देशों द्वारा अब तक लगाए गए प्रतिबंधों ने रूस की अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व से दुनिया से अलग-थलग कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 24 फरवरी को रूसी सैनिकों के यूक्रेन में घुसने के बाद से सैकड़ों रूसी सैनिक और यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं और 10 लाख से अधिक शरणार्थी भाग गए हैं।न्यूयॉर्क स्थित ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष कास्पारोव, जिन्होंने मॉस्को में रहते हुए क्रेमलिन विरोधी विरोध आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी, ने इंटरव्यू में कहा -
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पुतिन को सत्ता से हटाए जाने तक इस क्षेत्र में कोई शांति नहीं हो सकती है। पुतिन ने कल्पना से परे युद्ध अपराध किए हैं।
- गैरी कास्परोव, पूर्व वर्ल्ड चेस चैंपियन एक इंटरव्यू में
कास्पारोव ने पुतिन पर अधिक आक्रामक कार्रवाई नहीं करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन पर भी निशाना साधा। कास्परोव ने कहा, मुझे उम्मीद है कि अमेरिकी अपनी रणनीति में बदलाव करेंगे और ताकत दिखाएंगे। बता दें कि रूस और यूक्रेन अपने नागरिकों के लिए मानवीय गलियारों और उनके आसपास एक संभावित युद्धविराम करने की जरूरत पर सहमत हुए हैं। यह बात दोनों पक्षों के वार्ताकारों की गुरुवार को हुई बातचीत के बाद सामने आई है। हालांकि बेलारूस में अब तक दो दौर की बातचीत में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर की जा रही कार्रवाइयों के बावजूद पुतिन का यूक्रेन अभियान थम नहीं रहा है। तमाम शहरों में बमबारी जारी है। एक परमाणु सेंटर को भी निशाना बनाया गया है। हालांकि उसके रिएक्टर बंद कर दिए गए हैं लेकिन इससे पूरा यूक्रेन खतरे में पड़ सकता है। कीव, खारकीव समेत तमाम शहरों में तबाही के मंजर दिख रहे हैं।