जैश का हमला रोकने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक : विदेश सचिव
नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक 2 के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। दोनों देशों में हलचल तेज़ हो गई है और तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। जैश-ए-मुहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले के बाद भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि ख़ुफ़िया एजेंसियों ने जानकारी दी थी कि जैश भारत के कई हिस्सों में आत्मघाती हमले की तैयारी कर रहा था। ऐसे में इन हमलों को रोकने के लिए फौरन कार्रवाई ज़रूरी थी। यह कार्रवाई इसलिए करनी पड़ी, क्योंकि पाकिस्तान वायदा करने के बाद आतंकवादियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं कर रहा था और उन्हें अपनी ज़मीन का इस्तेमाल करने दे रहा था।
विजय गोखले ने कहा, ‘पाकिस्तान को बीच-बीच में कई बार आतंकवादी गुट जैश-ए-मुहम्मद के बारे में जानकारी मुहैया कराता रहा है और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का अनुरोध करता रहा है। पर पाकिस्तान ने इस दिशा में कुछ नहीं किया। हमें मजबूर होकर जैश के बालाकोट स्थित ठिकाने पर हमला करना पड़ा। यह एक तरह का प्री-एम्पटिव हमला था।’
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जैश के आतकंवादी शिविर पर हमले में उसके बड़े कमान्डर, आतंकवादी ट्रेनर और कई दूसरे आतंकवादी मारे गए हैं। यह शिविर मौलाना मसूद अज़हर का बहनोई मौलाना युसुफ़ अज़हर चला रहा था।
विजय गोखले, भारत के विदेश सचिव
भारत ने साफ़ किया है कि यह हमला किसी भी नागरिक ठिकाने पर नहीं किया गया था। आतंकवादियों का यह ठिकाना जंगल में पहाड़ी के ऊपर बना हुआ था। भारत ने साफ़ कहा है कि यह सर्जिकल स्ट्राइक सैनिक कार्रवाई नहीं है।
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों पर बनी कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक ली और हवाई हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की। इस बैठक के बाद बाहर निकलते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘थम्स-अप’ का निशान बना कर लोगों की ओर हाथ हिलाया। वह उस वक़्त मुस्करा रहे थे। सीसीएस की बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षाा सलाहकार अजित डोभाल, रक्षा सचिव और विदेश सचिव मौजूद थे।
उधर, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी बालाकोट में भारतीय हमले के बाद इमर्जेंसी बैठक बुलायी है।
पुलवामा हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक
बता दें कि भारत ने अपने मिराज -2000 से सीमा पार बालाकोट में तीन जगहों पर बमबारी की। इस ऑपरेशन में 12 मिराज़ बम वर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया, इन विमानों ने क़रीब 1,000k बम इन ठिकानों पर गिराए हैं। पाकिस्तानी सेना ने भी इस हमले की पुष्टि कर दी है। सरकार ने दावा किया कि हमले में जैश का एक बड़ा कमान्डर, आतंकी ट्रेनर और कई दूसरे आतंकवादी मारे गये हैं। सर्जिकल स्ट्राइक 2 पुलवामा में सेना के काफ़िले पर आतंकी हमले के बाद की गयी है। पुलवामा हमले में कम से कम 40 जवान शहीद हुए थे।