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कोश्यारी का उद्धव को पत्र, कहा- अल्पमत में है आपकी सरकार

कोश्यारी का उद्धव को पत्र, कहा- अल्पमत में है आपकी सरकार

क्या महा विकास आघाडी सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर पाएगी?

महाराष्ट्र की विधानसभा में फ्लोर टेस्ट 30 जून को होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा है। राज्यपाल ने कहा है कि 30 जून को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराया जाए। 

राज्यपाल ने इस संबंध में उद्धव ठाकरे सरकार को पत्र भेजा है। इसमें फ्लोर टेस्ट की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराने और उन्हें इसकी रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। साथ ही फ्लोर टेस्ट को किसी भी सूरत में स्थगित न करने के लिए कहा गया है। विधानसभा परिसर के अंदर व आसपास सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। 

कल मुंबई जाएंगे बागी विधायक

उधर, बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने बुधवार सुबह गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में पूजा की। शिंदे ने कहा कि वह और सभी बागी विधायक गुरुवार को मुंबई पहुंचेंगे और फ्लोर टेस्ट के बाद ही आगे की रणनीति के बारे में खुलासा किया जाएगा। उन्होंने एक बार फिर कहा कि वे लोग बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक हैं। 

कोश्यारी ने ठाकरे सरकार से कहा है कि उन्हें बीजेपी व अन्य दलों की ओर से जो पत्र मिला है उसमें कहा गया है कि उद्धव ठाकरे सरकार अल्पमत में है। यह साफ है कि शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने संकेत दिया है कि वे महा विकास आघाडी सरकार से बाहर निकलना चाहते हैं और आप अपने विधायकों और कैडर को अलोकतांत्रिक तरीके से अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। 

पत्र में राज्यपाल ने लिखा है, इसलिए मुझे इस बात का भरोसा है कि आप और आपकी सरकार ने विश्वास मत खो दिया है और आपकी सरकार अल्पमत में है।”

राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष वोटिंग के लिए सभी सदस्यों से सीटों पर खड़े होने के लिए कहा जाना चाहिए जिससे उनके वोट गिने जा सकें।

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राज्यपाल की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य में बने सियासी हालात बेहद खराब हैं और मीडिया में लगातार इस तरह की खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के 39 विधायक महा विकास आघाडी सरकार से बाहर जाना चाहते हैं। उन्होंने विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के द्वारा उन्हें सियासी हालात के बारे में दी गई जानकारी का जिक्र भी पत्र में किया है। 

पत्र में यह भी कहा गया है कि मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में 39 बागी विधायकों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं और उनके परिवार और उनकी जान को खतरा है। राज्यपाल ने कहा है कि राज्य का संवैधानिक मुखिया होने के नाते उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि सरकार के पास विधानसभा में बहुमत हो इसलिए उन्होंने 30 जून को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है।

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राज्यपाल से मिले थे फडणवीस

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार रात को बीजेपी नेताओं के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले और उन्हें एक पत्र सौंपा। इस पत्र में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की गई थी। 

राज्यपाल से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के 39 विधायक लगातार मांग कर रहे हैं कि वे कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन में नहीं रहना चाहते हैं और इसका मतलब है कि वे अब महा विकास आघाडी सरकार के साथ नहीं हैं।

फडणवीस ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से निवेदन किया कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने के लिए कहें। फडणवीस मंगलवार दिन में दिल्ली आए थे और यहां उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। 

फडणवीस के साथ राज्यपाल से मुलाकात करने वालों में विधायक चंद्रकांत पाटील, सुधीर मुनगंटीवार, प्रवीण दरेकर, गिरीश महाजन और आशीष शेलार थे। इंडिया टुडे के मुताबिक, 8 निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यपाल को मंगलवार को पत्र भेजा और कहा है कि महा विकास आघाडी सरकार के पास बहुमत नहीं है।

अल्पमत में है सरकार 

महाराष्ट्र के ताज़ा सियासी हालात में यह साफ दिखाई दे रहा है कि शिवसेना की अगुवाई वाली महा विकास आघाडी सरकार अल्पमत में आ चुकी है। 

महा विकास आघाडी सरकार के पास वर्तमान में एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44, शिवसेना के 16 व अन्य 12 विधायकों का समर्थन है। यह कुल आंकड़ा 125 बैठता है जो बहुमत के लिए जरूरी 144 के आंकड़े से बहुत कम है जबकि दूसरी ओर बीजेपी के पास 106 विधायक हैं, शिवसेना के बागी 39 विधायकों का समर्थन उसके पास है और कुछ निर्दलीय और छोटी पार्टियों के विधायक भी उसके साथ हैं। ऐसे में बीजेपी बहुमत के आंकड़े को आसानी से छूती हुई दिखाई दे रही है। 

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