विजय माल्या से राघव चड्डा की तुलना करने पर पंजाब में यूट्यूब चैनल के खिलाफ एफआईआर दर्ज
भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या से कथित तौर पर आप सांसद राघव चड्डा की तुलना करने के आरोप में एक यूट्यूब चैनल के खिलाफ पंजाब के लुधियाना के शिमलापुरी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
यह एफआईआर लुधियाना लोकसभा सीट से आप उम्मीदवार अशोक पप्पी पराशर के बेटे विकास पराशर की शिकायत पर दर्ज की गई है।
इस एफआईआर में कहा गया है कि यूट्यूब चैनल कैपिटल टीवी आप सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ "भ्रामक और निंदनीय सामग्री" चला रहा था, जो इस समय इंग्लैंड में हैं।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब पुलिस ने कथित तौर पर आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा की तुलना भगोड़े कारोबारी विजय माल्या से करने, दिल्ली शराब घोटाले पर भ्रामक सामग्री चलाने और यह दावा किए जाने कि आप ने चुनाव में टिकट बेचे थे, के आरोप में यूट्यूब चैनल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
आप कार्यकर्ता बताए जाने वाले विकास ने अपनी शिकायत में कहा कि यूट्यूब चैनल कैपिटल टीवी आप सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ "भ्रामक और निंदनीय सामग्री" चला रहा था, जो इस समय इंग्लैंड में हैं।
इसमें चैनल पर चड्ढा की तुलना माल्या से करके उन्हें बदनाम करने और यूके के सांसद प्रीत गिल से मुलाकात के बाद चड्ढा को खालिस्तानी समर्थक कहने का आरोप लगाया गया। चैनल पर अन्य बातों के अलावा "पंजाब में नशीली दवाओं की तस्करी पर फर्जी खबरें" फैलाने का भी आरोप लगाया गया है।
एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 469 और 505 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत दर्ज की गई है।
इन धाराओं के तहत आरोप लगाया गया है कि यूट्यूब चैनल ने धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का काम किया है। साथ ही उसने सार्वजनिक शांति और सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाला काम किया है।
पुलिस के डीसीपी जसकिरनजीत सिंह तेजा ने कहा है कि'शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि ऐसे वीडियो सार्वजनिक शांति और सद्भाव को बिगाड़ रहे हैं और इन्हें तुरंत हटाने की जरूरत है।
इससे पहले भी फरवरी में पंजाब पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में यूट्यूबर रचित कौशिक को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था। हालाँकि, उन्होंने दावा किया कि उन्हें अरविंद केजरीवाल और पंजाब में आप सरकार को बेनकाब करने के लिए निशाना बनाया गया था।