लखनऊ पुलिस ने कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए समाजवादी पार्टी के नेताओं के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की है। हालाँकि, यह एफ़आईआर अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ है। शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में सैकड़ों समर्थक एक 'वर्चुअल रैली' में शामिल होने के लिए पहुँचे थे। रैली को सपा प्रमुख अखिलेश यादव और भाजपा के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने संबोधित किया।
इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा चुनाव में चुनावी रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध है। चुनाव आयोग ने पाँच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तो घोषणा कर दी, लेकिन इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ही कई तरह के कड़े प्रतिबंध भी लगाए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा है कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, पदयात्रा और चुनावी कार्यक्रम आदि नहीं हो सकेंगे। उसके बाद चुनाव आयोग हालात की समीक्षा करेगा। हालाँकि, आयोग ने डोर-टू-डोर अभियान की अनुमति दी है। इसमें टीमों में लोगों की संख्या सीमित की गई है। आयोग ने कहा है कि डोर-टू-डोर अभियान में प्रत्येक टीम में केवल पांच लोग शामिल हो सकते हैं। हालाँकि, इसके वाबजूद चुनावी रैलियाँ होने और नियमों के उल्लंघन की लगातार रिपोर्टें आ रही हैं।
समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को वर्चुअल रैली और प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को एक के बाद एक जोरदार झटके देने वाले कई नेता शुक्रवार को सपा में शामिल हुए। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्म सिंह सैनी और विधायक रोशनलाल वर्मा, बृजेश प्रजापति, मुकेश वर्मा, विनय शाक्य और भगवती सागर भी सपा की साइकिल पर सवार हो गए।
यह कार्यक्रम तो था वर्चुअल लेकिन उसके कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक पहुँच गए। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठे होने पर इस पर सवाल उठाए जाने लगे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, समाजवादी पार्टी कार्यालय में भारी भीड़ जमा होने के संबंध में प्रतिबंधात्मक आदेशों के उल्लंघन और महामारी अधिनियम के उल्लंघन के लिए गौतम पल्ली पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'प्रथम दृष्टया कोरोना नियमों का उल्लंघन हुआ था और जांच चल रही है। जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों की एक टीम वहां गई थी।'
लखनऊ के जिलाधिकारी ने पहले कहा था, 'समाजवादी पार्टी की रैली बिना अनुमति के हो रही है। पुलिस टीम को एसपी कार्यालय भेजा गया, इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाए।'
इंडिया टुडे से समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने कहा, 'यह हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल कार्यक्रम था। हमने किसी को नहीं बुलाया लेकिन लोग आए। लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काम करते हैं।' पटेल ने कहा, 'भाजपा के मंत्रियों के दरवाजों और बाजारों में भी भीड़ थी, लेकिन उन्हें हमसे समस्या है।'