किसानों ने कंगना रनौत का किया घेराव, माफ़ी माँगने को कहा

06:23 pm Dec 03, 2021 | सत्य ब्यूरो

फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर ख़बरों में हैं। कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ साल भर से आन्दोलन कर रहे किसानों ने पंजाब के कीरतपुर साहिब में उनका घेराव किया और उनके ख़िलाफ़ नारे लगाए। लेकिन कंगना की सफाई देने पर उन्होंने घेराव हटा लिया और उन्हें जाने दिया।

ख़बरों के मुताबिक़, कंगना रनौत जब उस इलाक़े से जा रही थीं तो प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया, उनके ख़िलाफ़ नारेबाजी की और उनसे माफ़ी माँगने को कहा। 

बता दें कि कंगना रनौत शुरू से ही किसान आन्दोलन के ख़िलाफ़ तो हैं ही, उन्होंने इन किसानों को 'आतंकवादी', 'खालिस्तानी और 'देशद्रोही' तक कहा है। उन्होंने कुछ दिन पहले यहां तक कह दिया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 'इन सिखों को मच्छरों की तरह कुचल दिया था।' इसके बाद उनके ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत कराई गई और मामला दर्ज किया गया।

शुक्रवार की वारदात की जानकारी देते हुए कंगना ने इंस्टाग्राम पर कहा कि 'किसानों ने उनके साथ गाली- गलौज की और उन्हें जान से मार देने की धमकी दी।' 

उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरीज में इसके आगे कहा,

खुले आम लोगों को पीट-पीट कर मार दिया जाता है। यदि मेरे साथ सुरक्षा कर्मी नहीं होते तो मेरा भी यही हाल होता।


कंगना रनौत, फ़िल्म अभिनेत्री

उन्होंने इसके आगे कहा, "यहाँ की स्थिति अविश्वसनीय है। क्या मैं राजनेता हूँ? मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है?"

मामला क्या है?

लेकिन 'एनडीटीवी' के स्थानीय पत्रकार ने कुछ और कहा। उन्होंने कहा कि भीड़ ने कंगना रनौत के ख़िलाफ़ नारेबाजी की। कंगना गाड़ी से बाहर आईं और वहाँ मौजूद महिला प्रदर्शनकारियों से कहा कि उन्होंने पहले जो कुछ कहा था, वह शाहीन बाग के आन्दोलनकारियों के लिए था, किसानो के नहीं। इसके बाद वह गाडी में बैठ गईं और लोगों ने उन्हें जाने दिया।

इस टेलीविजऩ चैनल पर जो वोडियो दिखाया गया है, उसमें कंगना रनौत लोगों से बात करती हुई, हंसती हुई, खुश और हाथ हिलाती हुई दिख रही हैं। यह वीडियो देखने से ऐसा नहीं लगता है कि लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी होगी। 

क्या कहा था कंगना ने?

याद दिला दें कि पिछले हफ़्ते कंगना रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, 'खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार की बांहें मरोड़ सकते हैं... लेकिन हमें एक महिला को नहीं भूलना चाहिए। वह अकेली महिला प्रधानमंत्री थी, जिसने इन्हें अपनी जूतियों के नीचे कुचल दिया था। ... अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया... लेकिन देश को टुकड़े-टुकड़े नहीं होने दिया... उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी...उनका नाम सुनकर कांपते हैं... उन्हें उनके जैसे गुरुओं की ज़रूरत है।'

कंगना के इस बयान पर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने कहा था कि कंगना रनौत ने जानबूझ कर ऐसा किया है और पूरे सिख समुदाय को अपमानित किया है। इसके अध्यक्ष और अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी इस अभिनेत्री के ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत की थी। 

दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में मनजिंदर सिंह ने कहा था कि कंगना रनौत ने सिखों के ख़िलाफ़ असम्मानजक, नफ़रत फैलाने वाली और अपमानजनक बातें कही हैं।

कंगना रनौत ने पहले जो कुछ कहा है, उस पर क्या सोचते हैं वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी, देखें यह वीडियो।