भाजपा आलाकमान ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए देवेंद्र फड़नवीस का नाम लगभग तय कर लिया है। यह खबर फ्री प्रेस जनरल ने भाजपा के उच्च सूत्रों के हवाले से दी है। बुधवार रात को यह घटनाक्रम सामने आया है। खबर में कहा गया है कि फडणवीस आने वाले दिनों में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। महाराष्ट्र में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में यह घटनाक्रम काफी महत्वपूर्ण है।
दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने अलग से भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की थी। इस बैठक के बाद मोदी ने अलग से बंद कमरे में फडणवीस के साथ बैठक की थी। समझा जाता है कि दोनों की बातचीत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर थी।
मोदी-फडणवीस मुलाकात के बाद फडणवीस परिवार ने प्रधानमंत्री के साथ फोटो सेशन भी कराया। बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में पार्टी के भीतर भी इस पर चर्चा होगी और उसके बाद फैसले की घोषणा होगी। मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा का कार्यकाल काफी पहले खत्म हो चुका है और उनका उत्तराधिकारी कौन होगा, इसे लेकर काफी अटकलें चल रही हैं। नड्डा का कार्यकाल खत्म होने के बाद ही उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।
फडणवीस को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर एक अड़चन बस यही है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक उनकी जरूरत पार्टी से भी ज्यादा महाराष्ट्र भाजपा को है। पार्टी उन्हीं के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली है। ऐसे में कहा जा रहा है कि उनके नाम की घोषणा पहले हो जाएगी और उन्हें चुनाव के बाद दिल्ली बुला लिया जाएगा।
दूसरी तरफ भाजपा में बुधवार को जो घटनाक्रम हुआ है, उससे लगता है कि मोदी-शाह भाजपा अध्यक्ष पद पर फडणवीस की नियुक्ति जल्द से जल्द चाहते हैं। इसलिए फडणवीस महाराष्ट्र चुनाव से पहले ही दिल्ली आ सकते हैं। उनके उत्तराधिकारी के रूप में विनोद तावड़े का नाम आया है जो अभी पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव हैं। तावड़े को आरएसएस की ओर से भाजपा में भेजा गया है। फडणवीस के दिल्ली आने पर तावड़े महाराष्ट्र जा सकते हैं।
भाजपा के लिए यूपी और महाराष्ट्र के घटनाक्रम बहुत महत्वपूर्ण हो गए हैं। यूपी में नेतृत्व परिवर्तन के लिए वहां के दोनों ़डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने पार्टी आलाकमान पर दबाव बना रखा है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा को कोई चेहरा नहीं मिल रहा है। ऐसे में वो विनोद तावड़े को आजमाना चाहती है। कुल मिलाकर भाजपा की अंदरुनी राजनीति में घटनाक्रम तेजी से हो रहे हैं लेकिन खबरें बाहर कम ही आ रही हैं।