पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं जिनसे ईवीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कहीं ईवीएम खुले में मिल रही हैं तो कई जगहों पर प्रशासनिक अधिकारी ईवीएम को लेकर जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ईवीएम की सुरक्षा में गड़बड़ी की ख़बरें आने के बाद सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव करा पाएगा, जिसका वह दावा करता रहा है। लेकिन चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि सभी ईवीएम कड़ी सुरक्षा में हैं।
ग़ाज़ीपुर में सोमवार रात को ईवीएम को लेकर जमकर हंगामा हुआ है। गठबंधन के उम्मीदवार अफ़ज़ाल अंसारी ने सरकार और पुलिस पर आरोप लगाया कि वे ईवीएम को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। अंसारी ने अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर धरना दिया। यहाँ से केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा बीजेपी के उम्मीदवार हैं और उनका अफ़ज़ाल अंसारी से कड़ा मुक़ाबला है।
सोमवार शाम को चंदौली में क़रीब डेढ़ सौ ईवीएम से लदा एक ट्रक स्ट्रांग रूम पहुँचा और इन ईवीएम को उतारा जाने लगा। इसकी सूचना मिलने पर कांग्रेस कार्यकर्ता और दूसरे दलों के सदस्य मौक़े पर पहुँचे और इसका पुरजोर विरोध किया। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।
ईवीएम को लेकर एक और वीडियो सामने आया है उत्तर प्रदेश के झांसी से। अधिकारियों का कहना है कि यह रिजर्व मशीनें हैं लेकिन उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि ईवीएम को लाए जाने की सूचना प्रत्याशियों को क्यों नहीं दी गई। उनके पास इस बात का भी कोई जवाब नहीं है कि चुनाव के बाद रिजर्व ईवीएम को प्राइवेट वाहनों में क्यों लाया जा रहा है
सोशल मीडिया पर वायरल ऐसे ही एक वीडियो में इस बात का दावा किया गया है कि चंदौली में एक दुकान में 300 से ज़्यादा ईवीएम मिली हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग दुकान से ईवीएम निकालकर बाहर ले जा रहे हैं। वहाँ पहुँचे कुछ लोगों ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
अमरोहा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार सचिन चौधरी ने एक अख़बार की ख़बर को ट्वीट किया है। ख़बर में लिखा है कि ईवीएम के स्ट्रॉन्ग रूम में लैपटॉप लेकर तीन लोग घुस गए। चौधरी ने सवाल उठाया कि ईवीएम को हैक करके लोकतंत्र की हत्या हो रही है और इसके लिए बीजेपी ज़िम्मेदार है।
हरियाणा के पानीपत में लोगों ने एक कार में ईवीएम मिलने के बाद ख़ासा हंगामा किया। लोगों का कहना था कि ईवीएम में अदला-बदली कर हेराफेरी करने की कोशिश की जा रही है।
उधर, चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि सभी ईवीएम कड़ी सुरक्षा में हैं। आयोग की तरफ से हर घटना पर अलग जवाब जारी किया गया है। ग़ाज़ीपुर में ईवीएम की गड़बड़ियों को लेकर आयोग ने कहा है कि ‘वहां स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर प्रत्याशियों के द्वारा जो सवाल खड़े किए गए थे, उनका निपटारा हो गया है।
लोकसभा चुनाव के लगभग सभी चरणों में कई जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आई हैं। इससे पहले भी लगभग हर चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की ख़बरें आती रही हैं। ऐसे में चुनाव आयोग की ओर से निष्पक्ष चुनाव कराने के दावे पर स्वाभाविक रूप से सवाल खड़े होते हैं। चुनाव आयोग से इस बात का जवाब माँगा जाना चाहिए कि आख़िर वह ईवीएम की सुरक्षा को लेकर इतना लापरवाह क्यों है।