12 मार्च को होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर यानी नीटी पीजी 2022 को छह से आठ सप्ताह के लिए टाल दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी घोषणा की। इस परीक्षा की नई तारीख़ों की घोषणा अभी नहीं की गई है। नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज यानी एनबीईएमएस द्वारा पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई गई थी। इसमें मांग की गई थी कि जब तक इससे जुड़ी दूसरी आवश्यकताओं को पूरी नहीं कर लिया जाता है तब तक इस परीक्षा को टाल दिया जाए।
इस मामले में एमबीबीएस के छह डॉक्टरों ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया था। उन्होंने एनबीई को निर्देश देने की मांग की थी कि जब तक पीजी विनियमों में निर्धारित अनिवार्य इंटर्नशिप अवधि को पूरा करने जैसी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर लिया जाता है तब तक परीक्षा को स्थगित कर दिया जाए।
याचिका में कहा गया है कि लगभग सौ एमबीबीएस स्नातक, जिनकी इंटर्नशिप उनकी कोविड ड्यूटी के कारण रुकी हुई थी, अनिवार्य इंटर्नशिप ड्यूटी की कमी के कारण परीक्षा में शामिल होने से अयोग्य हो जाएंगे। उन्होंने कहा था कि ऐसा तब होगा जब इसमें छात्रों की गलती नहीं है। याचिका में 31 मई से इंटर्नशिप पूरा करने की समय सीमा बढ़ाने का भी अनुरोध किया गया है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा, 'याचिकाकर्ताओं ने उल्लेख किया है कि वे वर्ष 2021 में कोविड ड्यूटी में थे और इसलिए उनकी इंटर्नशिप स्थगित कर दी गई थी।'
वकील ने कहा, 'याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि वे परिस्थितियों के शिकार हैं और उन्हें किसी भी समय नहीं बताया गया था कि कोविड ड्यूटी में सेवारत होने से वे एनईईटी-पीजी के लिए उपस्थित होने के पात्र नहीं होंगे।'