प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में कथित अवैध खनन की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत बुधवार सुबह रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुछ करीबी सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी की। ईडी के छापे के घेरे में आए अभिषेक प्रसाद, हेमंत के प्रेस सलाहकार हैं। एएनआई के मुताबिक अभिषेक प्रसाद के आवास और साहेबगंज के डिप्टी कमिश्नर के आवास सहित 12 स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
यह छापेमारी तब हुई जब मुख्यमंत्री ने ईडी द्वारा जारी समन को नजरअंदाज कर दिया और कहा कि उन्होंने पहले ही एजेंसी को अपनी संपत्तियों के सभी विवरण उपलब्ध करा दिए हैं और समन अवैध हैं।
हेमंत सोरेन को 7वां समन भेजा गया था जिसमें ईडी ने उनसे पूछताछ के लिए तारीख, समय और जगह तय करने को कहा था। मुख्यमंत्री ने इस नवीनतम समन का जवाब देने की समय सीमा रविवार को छोड़ दी और फिर दो दिन बाद जवाब भेजा। अपने जवाब में उन्होंने कहा कि एजेंसी पक्षपातपूर्ण जांच कर रही है।
ईडी ने कहा कि यह हेमंत सोरेन को दिया गया आखिरी मौका है। ईडी ने कहा- "चूंकि आप जारी किए गए समन का पालन करते हुए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में नहीं आए हैं, इसलिए हम आपको धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 50 के तहत अपना बयान दर्ज करने का यह आखिरी मौका दे रहे हैं। तारीख और समय इस नोटिस/समन की प्राप्ति के 7 दिनों के भीतर होना चाहिए।''
सीएम सोरेन को पहली बार ईडी ने अगस्त के मध्य में भूमि 'घोटाले' मामले में तलब किया था। उन्हें फिर से 24 अगस्त और 9 सितंबर को पेश होने के लिए कहा गया। अगला समन 23 सितंबर, 4 अक्टूबर और 12 दिसंबर को था।
पत्नी को बनाएंगे सीएम?
इस बीच झारखंड में अटकलें लगाई जा रही हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अंदर हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी है। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अटकलों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। यह भाजपा की कल्पना का परिणाम है। हेमंत सोरेन ने कहा, "निकट भविष्य में मेरी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना पूरी तरह से भाजपा की कल्पना है... उन्हें बागडोर सौंपने की अटकलें झूठी कहानी गढ़ने के लिए भाजपा द्वारा बुना गया ताना-बाना है।"