ईडी ने जब्त की एकनाथ खडसे और उनके परिजनों की संपत्ति
जांच एजेंसी ईडी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के बड़े नेता एकनाथ खडसे और उनके परिवार वालों की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) की जमीन की सौदेबाजी के मामले में खडसे की लोनावाला और जलगांव की संपत्तियों पर ये कार्रवाई की गई है। इन संपत्तियों की क़ीमत 5 करोड़ रुपये से ज़्यादा है।
ईडी ने पिछले महीने खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को गिरफ़्तारी कर लिया था और खडसे से भी 9 घंटे तक पूछताछ की थी। ईडी ने इस मामले में खडसे की पत्नी मंदाकिनी खडसे को समन भी भेजा है और उनसे कहा है कि वे शनिवार को जांच एजेंसी के सामने पेश हों।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 2016 का है, जब खडसे देवेंद्र फडणवीस की सरकार में राजस्व मंत्री थे। खडसे पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का फ़ायदा उठाते हुए कुछ सरकारी अफ़सरों पर दबाव बनाया कि वे पुणे के भोसारी इलाक़े में एमआईडीसी के 3.1 एकड़ का एक प्लॉट उन्हें 3.75 करोड़ रुपये में देने की मंजूरी दे दें जबकि उस वक़्त बाज़ार में इसकी क़ीमत 31.01 करोड़ थी।
यह प्लॉट मूल रूप से अब्बास उकानी नाम के शख़्स का था लेकिन इसे महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम ने 1971 में अधिगृहीत कर लिया था और इसके मुआवज़े का मामला अदालत में लंबित था।
खडसे के द्वारा इस संबंध में 12 अप्रैल, 2016 को कुछ अफ़सरों की बैठक बुलाई गई थी और कुछ दिन बाद ही उकानी ने खडसे की पत्नी और दामाद के पक्ष में इस प्लॉट का बिक्री पत्र लिख दिया था।
दर्ज हुई थी एफ़आईआर
इसके बाद एक बिल्डर ने खडसे के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई थी और तब इस मामले को लेकर काफ़ी शोर भी हुआ था। इसके बाद खडसे को मंत्री के पद से हटा दिया गया था। इस मामले में 2017 में बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर खडसे, उनकी पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के ख़िलाफ़ एसीबी ने एफ़आईआर दर्ज की थी।
महाराष्ट्र में बीजेपी के मजबूत स्तंभ रहे एकनाथ खडसे पिछले साल एनसीपी में शामिल हो गए थे। यह कहा जाता है कि महाराष्ट्र बीजेपी में देवेंद्र फडणवीस के उभार के बाद से ही खडसे को हाशिए पर डाल दिया गया और खडसे ने एनसीपी में शामिल होते वक्त ऐसा ही कुछ कहा भी था। खडसे महाराष्ट्र में ओबीसी आबादी के बड़े नेता हैं।
‘फडणवीस ने जीवन बर्बाद किया’
खडसे ने कहा था, ‘देवेंद्र फडणवीस ने मेरा जीवन बर्बाद कर दिया। मैं चार साल तक मानसिक तनाव में रहा। मैंने कई बार कहा कि तुम (फडणवीस) मुझे पार्टी से बाहर जाने के लिए मजबूर कर रहे हो। मुझे बीजेपी छोड़ने का दुख है लेकिन मेरे पास कोई रास्ता नहीं है।’
खडसे ने कहा था, ‘अगर मेरे ख़िलाफ़ किसी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगाई तो मैं सीडी चला दूंगा।’ उनका साफ इशारा बीजेपी की ओर था क्योंकि विपक्षी नेता यह आरोप लगाते रहते हैं कि बीजेपी उन्हें परेशान करने के लिए सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, पुलिस का दुरुपयोग करती है।