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ईडी ने झारखंड में हेमंत सोरेन के खास मंत्री आलमगीर आलम को किया गिरफ्तार

ईडी ने झारखंड में हेमंत सोरेन के खास मंत्री आलमगीर आलम को किया गिरफ्तार

झारखंड में चंपई सोरेन मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री आलमगीर आलम को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बुधवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक कथित मामले में गिरफ्तार किया है। आलमगीर पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के भरोसेमंद लोगों में हैं। ईडी ने  उनके खिलाफ हाल ही में जांच शुरू की थी। जानिए पूरा मामला क्या हैः 

केंद्र सरकार की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने हाल ही में उनके निजी सचिव के घरेलू सहायक के घर से 35 करोड़ रुपये बरामद करने का दावा किया था। इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया गया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं का आरोप है कि ईडी आलमगीर आलम पर हेमंत सोरेन के खिलाफ बयान देने का दबाव बना रही थी। उनके ना मानने पर आलमगीर आलम के खिलाफ साजिश की जा रही थी।

कैश बरामद होने के बाद ईडी ने आलमगीर आलम को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद आलम को गिरफ्तार किया गया। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलम ने ईडी दफ्तर में जाने से पहले संवाददाताओं से कहा, "मुझे आज भी बुलाया गया था और इसलिए मैं आया हूं।" ईडी ने मंत्री से मंगलवार को करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी।

कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए बुलाया था।

मनी लॉन्ड्रिंग की जांच राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। आलमगीर के पास यह विभाग है। संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को ईडी ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था। ईडी ने दावा किया था कि उनके पास से ₹35.23 करोड़ जब्त किए गए हैं। उसके एक दिन बाद अब मंत्री पर सीधे कार्रवाई की गई है।

ईडी ने मीडिया को बताया था कि केंद्रीय एजेंसी की कम से कम सात टीमों ने सोमवार सुबह छह बजे छापेमारी शुरू की थी। ईडी अधिकारियों के मुताबिक, ये बरामदगी बड़े पैमाने पर रांची पहाड़ी के पास जहांगीर आलम के घर से हुई है। तलाशी शाम तक जारी रही और कैश गिनने वाली कई मशीनों से काम लेना पड़ा।

मंत्री आलमगीर आलम ने छापों के बाद कहा था कि “चुनाव चल रहे हैं। ईडी इस मामले की जांच कर रही है। विभाग के मंत्री होने के नाते वे मुझसे पूछताछ कर सकते हैं। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता. लोग सब कुछ समझ रहे हैं।”

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने कहा कि मामले में "वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं" के नाम सामने आए हैं और इसकी जांच की जा रही है। इसने लाल के साथ ईडी अधिकारियों के साथ रांची में ग्रामीण विकास मंत्रालय में भी तलाशी ली थी।

झारखंड में एकदम दिल्ली की तरह ईडी की कार्रवाई हो रही है। झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले कई अधिकारी गिरफ्तार हुए या उनके खिलाफ ईडी जांच कर रही है। हाल ही में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था। अब उनके खास आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली में केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले उनके कई मंत्री गिरफ्तार किए गए। विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को बदनाम करने के लिए कर रही है। 

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