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रैली में ट्रम्प बोले- 'मैंने लोकतंत्र के लिए गोली खाई'

रैली में ट्रम्प बोले- 'मैंने लोकतंत्र के लिए गोली खाई'

हत्या के प्रयास से बचने के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने पहली बार चुनावी रैली को संबोधित किया। जानिए, उन्होंने खुद पर हमला किए जाने को लेकर क्या कहा।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रम्प ने एक चुनावी रैली में कहा कि पिछले सप्ताह मैंने लोकतंत्र के लिए गोली खाई। पिछले हफ्ते ट्रम्प पर जानलेवा हमला किया गया था। हत्या के प्रयास से बचने के बाद शनिवार को अपनी पहली अभियान रैली आयोजित की। उन्होंने उन चिंताओं को खारिज कर दिया कि वे लोकतंत्र के लिए ख़तरा हैं। ट्रम्प ने स्विंग स्टेट मिशिगन में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार ट्रम्प ने कहा कि मैं बिल्कुल भी चरमपंथी नहीं हूँ।

अमेरिका में ट्रम्प पर जानलेवा हमले की जांच एफबीआई को सौंपी गई है। एफबीआई इसे ट्रम्प की हत्या की कोशिश के नजरिए से जांच करेगी। जांच अधिकारियों का कहना है कि ट्रम्प की रैली में गोलीबारी करने वाला हमलावर पेंसिल्वेनिया का एक 20 वर्षीय व्यक्ति था। एफबीआई ने उसकी पहचान 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में की। 

यह गोलीबारी ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चार महीने से कम का समय बचा है। चुनाव 5 नवंबर को होना है। ट्रम्प डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ दोबारा चुनावी मुकाबला करेंगे। हालाँकि जो बाइडन पर चुनाव अभियान से हटने के लिए दबाव है और कई डेमोक्रेट्स ही उनको चुनाव से पीछे हटने की सलाह दे रहे हैं। बाइडन की उम्र और फिटनेस को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

बहरहाल, शनिवार की रैली में ट्रम्प ने प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी का मज़ाक उड़ाया। ट्रंप ने अपनने समर्थकों की भीड़ से कहा, 'उन्हें पता नहीं है कि उनका उम्मीदवार कौन है... यह आदमी जाता है और वोट पाता है, और अब वे इसे छीनना चाहते हैं। यही लोकतंत्र है।'

रिपब्लिकन राष्ट्रपति उम्मीदवार ने चीन के "शानदार" शी जिनपिंग सहित विदेशी तानाशाहों की भी प्रशंसा की। रैली में वे अपने दाहिने कान पर एक नई पट्टी पहने हुए दिखाई दिए।

इस बीच बाइडन के वफादारों ने संकटग्रस्त राष्ट्रपति का बचाव करना जारी रखा। उनके अभियान को छोड़ने के लिए आह्वान की आवाज़ तेज़ होती जा रही है। 81 वर्षीय बाइडन और उनकी टीम सार्वजनिक रूप से इस बात पर अड़ी हुई है कि वह दौड़ में बने रहेंगे, हालांकि कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि उनके करीबी लोगों में इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि वह किस तरह से पीछे हट सकते हैं।

इस बात को लेकर बड़े पैमाने पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि उनकी जगह कौन ले सकता है। उपराष्ट्रपति के रूप में हैरिस ऐसा करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं।

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