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क्या अमेरिका में राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप की फिर से वापसी होगी?

क्या अमेरिका में राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप की फिर से वापसी होगी?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की वापसी की चर्चाओं ने आख़िर क्यों जोर पकड़ा है? इन चर्चाओं को छोड़ भी दें तो अब न्यूयॉर्क टाइम्स का ही एक सर्वे हवा का रुख डोनल्ड ट्रंप की ओर दिखा रहा है। 

क्या बड़बोले डोनल्ड ट्रंप फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे? अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से पिछड़ सकते हैं। ऐसा एक सर्वे में दावा किया गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज ने नये सर्वे में पाया है कि छह सबसे अहम राज्यों में से पाँच में डोनल्ड ट्रंप के पक्ष में लोगों का रुख है। यही नहीं, पिछली बार जहां जो बाइडेन ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी वहाँ भी काफी क़रीबी मामला हो सकता है। तो सवाल है कि क्या डोनल्ड ट्रंप की वापसी राष्ट्रपति के तौर पर पक्की है?

इस सवाल का सीधा जवाब तो यह है कि अभी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता है। ऐसा इसलिए कि डोनल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी से हैं और अभी इस पार्टी की ओर से कम से कम 13 उम्मीदवार हैं जो राष्ट्रपति पद के लिए दावे कर रहे हैं। इनमें से एक डोनल्ड ट्रंप हैं। इन 13 उम्मीदवारों में से कोई एक ही रिपब्लिकन का उम्मीदवार होगा। यदि ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनते हैं तो फिर राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार से उनका मुक़ाबला होगा।

राष्ट्रपति बाइडेन 2024 के चुनाव से एक साल पहले छह सबसे अहम राज्यों में से पांच में डोनल्ड ट्रम्प से पीछे चल रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज ने सर्वे में पाया है कि जो बाइडेन की उम्र को लेकर लोगों में संदेह है और अर्थव्यवस्था सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर लोगों में गहरा असंतोष है। 

बता दें कि एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन में 3,662 पंजीकृत मतदाताओं का न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज ने सर्वेक्षण किया। यह सर्वे 22 अक्टूबर से 3 नवंबर, 2023 तक लाइव ऑपरेटरों का उपयोग करके टेलीफोन द्वारा आयोजित किया गया। 

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सर्वे के नतीजों से पता चलता है कि एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा और पेंसिल्वेनिया में पंजीकृत मतदाताओं के बीच बाइडेन अपने संभावित रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रम्प से चार से 10 प्रतिशत अंकों के अंतर से हार रहे हैं। सर्वेक्षण में पाया गया कि बाइडेन केवल विस्कॉन्सिन में दो प्रतिशत अंक से आगे हैं। ये छह ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ से बाइडेन को 2020 में जीत मिली थी। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे में पाया गया कि जो बाइडेन के ख़िलाफ़ लोगों में असंतोष व्याप्त है। अधिकांश मतदाताओं का कहना है कि बाइडेन की नीतियों ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से नुक़सान पहुँचाया है।

जिन समूहों ने 2020 में भारी अंतर से बाइडेन का समर्थन किया था, उनमें अब कहीं अधिक क़रीबी मुकाबला है, क्योंकि दो-तिहाई मतदाता देश को ग़लत दिशा में आगे बढ़ते हुए देख रहे हैं।

30 वर्ष से कम आयु के मतदाता बाइडेन के पक्ष में केवल एक प्रतिशत अंक से हैं। हिस्पैनिक मतदाताओं के बीच उनकी बढ़त अब घटकर एकल अंकों तक रह गई है। जबकि महिलाएं अभी भी बाइडेन का समर्थन करती हैं, पुरुषों ने ट्रम्प को दोगुने बड़े अंतर से पसंद किया। सर्वे में यह भी कहा गया है कि काले मतदाता लंबे समय से डेमोक्रेट और बाइडेन के लिए एक वोटबैंक रहे हैं। लेकिन अब इन राज्यों में वे ट्रम्प को 22 प्रतिशत समर्थन कर रहे हैं। आधुनिक समय में एक रिपब्लिकन के लिए अभूतपूर्व स्थिति है।

 - Satya Hindi

बता दें कि बाइडेन इस महीने के अंत में 81 वर्ष के हो जाएंगे। अमेरिकी इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होना एक बोझ के रूप में देखा जाता है। भारी संख्या में 71 प्रतिशत ने कहा कि वह एक प्रभावी राष्ट्रपति बनने के लिए बहुत बूढ़े हैं। इसके विपरीत 77 वर्षीय ट्रम्प को केवल 19 प्रतिशत समर्थक बहुत बूढ़ा मानते हैं और कुल मिलाकर 39 प्रतिशत मतदाता ऐसा मानते हैं।

अधिकतर मतदाताओं ने कहा कि वे अर्थव्यवस्था पर बाइडेन की तुलना में ट्रम्प पर बेहतर भरोसा करते हैं। आर्थिक मामलों पर ट्रम्प की प्राथमिकता हर वर्ग में दिखी। लगभग दोगुने मतदाताओं ने कहा कि गर्भपात या बंदूक जैसे सामाजिक मुद्दों की तुलना में आर्थिक मुद्दे 2024 में उनके वोट का निर्धारण करेंगे। 

सर्वे में यह सब तब सामने आया है जब बाइडेन के अभियान ने अपने रिकॉर्ड को सुधारने के लिए लाखों डॉलर के विज्ञापन चलाए हैं, और राष्ट्रपति अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में डींगें हांक रहे हैं।

वैसे, जिस ट्रंप पर सर्वे में लोग भरोसा जता रहे हैं वह कम खुराफाती नहीं हैं। वह बड़बोले हैं। उनपर कई मुक़दमे चल रहे हैं। ट्रम्प 2020 के चुनाव के नतीजों को अभी तक पचा नहीं पाए हैं और वह इनकार करते रहे हैं कि वह जो बाइडेन से चुनाव हार गए थे। तब से वह चुनाव धोखाधड़ी के बारे में आधारहीन साजिश रचे जाने के आरोप लगाते रहे हैं। 

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा उन पर दो बार महाभियोग चलाया गया था। उनकी चुनावी हार के बाद 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल हिल में घातक विद्रोह को उकसाने में उनकी भूमिका पर भी आरोप लगाए गए हैं। अगस्त 2023 तक ट्रम्प को उनके खिलाफ चार अलग-अलग मामलों में 91 आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ा, जिसमें 2020 के चुनाव परिणाम को पलटने के उनके प्रयास और कार्यालय छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों के साथ कथित छेड़छाड़ शामिल है।

ट्रंप ने कहा है कि अगर वह एक और कार्यकाल जीतते हैं तो वह संघीय सरकार के प्रमुख गुटों में आमूल-चूल परिवर्तन करेंगे और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में कटौती करेंगे। उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदले की कार्रवाई की भी प्रतिबद्धता जताई है और कहा है कि वह बाइडेन और उनके परिवार के लिए एक विशेष अभियोजक नियुक्त करेंगे। 

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