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मलिक के 'हाइड्रोजन बम' के बाद फडणवीस को 'विद्वान से सीख' मिली!

मलिक के 'हाइड्रोजन बम' के बाद फडणवीस को 'विद्वान से सीख' मिली!

नवाब मलिक के 'हाइड्रोजन बम' के बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी प्रतिक्रिया दी है। जानिए मलिक के आरोपों पर क्या देवेंद्र फडणवीस ने अपने क़दम पीछे खींच लिए।

नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस के बीच शुरू हुई 'बमबारी' अब 'विद्वान की सीख' तक पहुँच गई है! दरअसल, नवाब मलिक के आज के 'हाइड्रोजन बम' की प्रतिक्रिया में फडणवीस ने यह जताने की कोशिश की है कि वह आरोप-प्रत्यारोप की उस 'गंदगी' में नहीं कूदना चाहते हैं। हालाँकि उन्होंने यह नहीं लिखा कि वह किस संदर्भ में यह बात कर रहे हैं, लेकिन यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि उन्होंने यह क्यों लिखा है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्विटर पर एक पोस्ट में इतना ही लिखा, 'थॉट ऑफ द डे'। इसके साथ उन्होंने एक कथन भी साझा किया। वह कथन प्रसिद्ध आयरिश नाटककार जॉर्ज बर्नार्ड शॉ का है। उसका मोटा-मोटा हिंदी अनुवाद है- "मैंने बहुत पहले ही सीख लिया था कि सुअर के साथ कभी कुश्ती नहीं करनी चाहिए। आप गंदे हो जाते हैं और इसके अलावा सुअर इसे पसंद करता है।"

उनका यह ट्वीट आज तब आया है जब आज ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने फडणवीस द्वारा पहले लगाए गए आरोपों के जवाब में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मलिक ने कहा है कि मुख्यमंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में जाली नोटों का कारोबार कर रहे थे, उनके ही संरक्षण में पाकिस्तान और बांग्लादेश तक यह कारोबार हो रहा था। 

मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक फोटो जारी की और आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस दूसरों पर अंडरवर्ल्ड के लोगों से संबंध रखने का आरोप लगाते हैं, लेकिन खुद उन्होंने अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन रखने वाले लोगों को राजनीतिक पद दिए।

एनसीपी नेता ने आरोप लगाया कि फडणवीस ने मुन्ना यादव नाम के एक व्यक्ति को कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया। जबकि उस पर हत्या के कई मामले दर्ज थे। मलिक के मुताबिक़, फडणवीस दाऊद के करीबी रियाज भाटी के जरिए धन उगाही का काम कर रहे थे। मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि फडणवीस की सरकार में बेगुनाह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके वसूली की जाती थी, जमीन मालिकों को पकड़कर लाया जाता था और उनसे जमीनें अपने नाम पर लिखवाई जाती थीं।

मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि, “यह साफ है कि फडणवीस का वानखेड़े को संरक्षण पिछले काफी समय से था, इसलिए फडणवीस अब उन्हें बचाने में लगे हुए हैं।” बता दें कि जिस समय जाली नोटों का मामला सामने आया था, उस समय समीर वानखेड़े डीआरआई में थे।

वैसे, सोशल मीडिया पर लोग देवेंद्र फडणवीस और नवाब मलिक के बीच आरोपों-प्रत्यारोपों को चार ट्वीट को जोड़कर बनाए गए एक तसवीर से तंज भी कस रहे हैं।

उस तसवीर में शामिल एक नवंबर के एक ट्वीट में फडणवीस ने कहा था कि वह दिवाली के बाद बम फोड़ेंगे और नवाब मलिक को एक्सपोज करेंगे। 9 नवंबर का एएनआई का एक ट्वीट है जिसमें नवाब मलिक ने कहा था कि वह बुधवार को हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे। तीसरे ट्वीट में एक ख़बर है जिसका शीर्षक है कि मलिक ने आरोप लगाया है कि फडणवीस ने जाली नोट रैकेट चलाया। और चौथा ट्वीट फडणवीस का है जिसमें उन्होंने आज जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के कथन को उद्धृत किया है।

बता दें कि एक दिन पहले यानी मंगलवार को फडणवीस ने नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड के लोगों से ज़मीन ख़रीदने और बिक्री का आरोप लगाया था। फडणवीस का कहना था कि नवाब मलिक की सॉलीडस कंपनी ने, जिसमें उनके परिवार के लोग भी डायरेक्टर हैं, 1993 मुंबई बम धमाकों में अभियुक्त रहे सरदार शहा वली खान से काफी कम दामों में जमीन खरीदी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के ड्राइवर सलीम पटेल से भी नवाब मलिक ने जमीन की डील की थी। सरदार शहा वली खान ने 1993 बम धमाकों के अभियुक्त रहे टाइगर मेमन के साथ मिलकर गाड़ियों में आरडीएक्स भरा था और कई जगहों की रेकी की थी। फिलहाल वह जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।

दोनों नेताओं के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब एनसीबी ने पिछले महीने की 2 तारीख़ को फ़िल्म अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था। उसी के बाद नवाब मलिक एनसीबी को घेरने में जुट गए थे। मलिक तब से हर रोज एनसीबी पर निशाना साधते हुए कई नए-नए खुलासे कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने फडणवीस को भी निशाने पर ले लिया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के संबंध ड्रग पेडलर से रहे हैं। 

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