दिल्ली जल बोर्ड के अफसर ने यमुना में डुबकी क्यों लगाई 

04:51 pm Oct 30, 2022 | सत्य ब्यूरो

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर तमाशा जारी है। यमुना नदी में दिल्ली जल बोर्ड के डायरेक्टर (क्वॉलिटी कंट्रोल) संजय शर्मा ने डुबकी लगाई और दावा किया कि यमुना साफ है। कोई भी नहा सकता है। बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने उन्हें यमुना में नहाने की चुनौती दी थी। दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर भी खासी उठापठक जारी है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के एलजी पर आरोप लगाया था कि वो उस फाइल को रोक कर बैठे हुए हैं, जिसके जरिए वाहनों का प्रदूषण रोका जाना है ताकि दिल्ली की हवा को साफ सुथरा किया जा सके। 

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जल बोर्ड के डायरेक्टर संजय शर्मा ने रविवार को कालिंदी कुंज के यमुना घाट पर स्नान किया। नहाने के बाद संजय शर्मा ने मीडिया को बताया कि इस यमुना में पानी का बीओडी लेवल 12-13 है। टीएसएस 20 के नीचे है। फास्फेट 0.1 और ऑक्सीजन लेवल 7.0 से नीचे है। उन्होंने दावा किया कि यमुना नदी स्वच्छ है और लोग बिना झिझक इसमें डुबकी लगा सकते हैं। 

दरअसल, छठ के मद्देनजर यमुना नदी में बने सफेद झाग को खत्म करने के लिए जब दिल्ली जल बोर्ड के अफसर वहां शुक्रवार को केमिकल वगैरह का छिड़काव कर रहे थे तो उसी समय वहां बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा भी पहुंचे। आरोप है कि सांसद वर्मा ने एक अफसर से कहा कि केमिकल तेरे सिर पर डाल दूं। इस केमिकल में लोग यमुना में नहाएंगे। बीजेपी सांसद ने जल बोर्ड के अधिकारी को यमुना में नहाने की चुनौती दी। 

किसी ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो वायरल हो गया। जल बोर्ड के अधिकारियों ने कालिंदी कुंज थाने में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ शिकायत दी कि उन्होंने सरकारी कामकाज में बाधा डाली। 

जल बोर्ड के अफसरों ने जहां एक तरफ बीजेपी सांसद की हरकत की पुलिस में शिकायत की, वहां दूसरी तरफ डायरेक्टर क्वॉलिटी कंट्रोल ने रविवार को यमुना में डुबकी लगाकर संकेत भी दे दिया कि बीजेपी सांसद जिस तरह का प्रोपेगेंडा करना चाहते थे, उसमें वो कामयाब नहीं हो पाए।

दूसरी तरफ बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने रविवार को केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि छठ त्यौहार पर दिल्ली के सीएम केजरीवाल को दिल्ली में यमुना की सफाई देखनी चाहिए तो वो गुजरात में राजनीतिक पर्यटन पर निकले हैं। यहां छठ पर श्रद्धालु प्रदूषित यमुना में नहाने को मजबूर हैं। 

दिल्ली की आबोहवा को लेकर कई दिनों से बीजेपी और आम आदमी पार्टी में सड़क से लेकर जुबानी जंग चल रही है। दिल्ली में कूड़े के पहाड़ को लेकर बीजेपी ने प्रदर्शन किया तो सीएम केजरीवाल ने सवाल कर दिया कि कूड़े के ये पहाड़ किसने खड़े किए। दूसरी तरफ आप कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया कि दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण की चिन्ता नहीं कर रहे हैं। वो इस संबंध में दिल्ली सरकार की उस फाइल को रोककर बैठे हैं, जिनमें से उनसे वाहनों का प्रदूषण रोकने के लिए एक योजना की मंजूरी मांगी गई थी।