दिल्ली में ऑड-ईवन के फ़ॉर्मूले को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। केजरीवाल सरकार जहां इसे दिल्ली की जनता के लिए ज़रूरी बता रही है, वहीं बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ नहीं किया और दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए वही जिम्मेदार है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता विजय गोयल ने ऑड-ईवन का फ़ॉर्मूला लागू होने के पहले ही दिन इसे तोड़ दिया। गोयल ईवन नंबर वाली अपनी गाड़ी लेकर सड़क पर निकले और उन्होंने इस बारे में पहले ही बता दिया था कि वह अपना विरोध दर्ज करायेंगे। गोयल ने कहा है कि ऑड-ईवन से पिछली बार कुछ फायदा नहीं हुआ था और यह महज चुनावी नाटक है।
दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के मुद्दे पर राज्यसभा सदस्य विजय गोयल कुछ दिन पहले सांकेतिक उपवास पर भी बैठे थे। तब गोयल ने कहा था कि केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। गोयल ने कहा था कि केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं किया और वह केवल ऑड-ईवन का नाटक कर रही है। गोयल ने कुछ दिन पहले दिल्ली में साइकिल यात्रा भी निकाली थी और इस दौरान भी उन्होंने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया था।
वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि कूड़ा जलाने, रबर स्क्रैप से होने वाले प्रदूषण पर कोई रोक नहीं है और दिल्ली में जितना प्रदूषण कम हुआ है, वह केंद्र सरकार की वजह से हुआ है। गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार ने ही ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरिफ़ेरल एक्सप्रेस वे बनाये और बदरपुर प्लांट बंद कराया।
दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार, हरियाणा और पंजाब की सरकारों पर दोष मढ़ रही है। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर दिल्ली स्थित हरियाणा और पंजाब भवन का घेराव भी किया था। दिल्ली सरकार का कहना है कि हरियाणा और पंजाब में पराली जलाये जाने के कारण दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा है।