बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज 'लैंड फॉर जॉब' मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश हुए हैं। सीबीआई इससे पहले भी उन्हें तीन बार समन जारी कर चुकी है, लेकिन तेजस्वी पत्नी के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर वो पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे थे।
तेजस्वी के अलावा ईडी ने उनकी बहन और आरजेडी की राज्यसभा सांसद मीसा भारती को भी इसी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है।
पत्नी के खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए तेजस्वी ने गिरफ्तार न करने की दरख्वास्त की थी, उनकी दरख्वास्त पर सीबीआई ने दिल्ली हाईकोर्ट को भरोसा दिया था कि जांच एजेंसी उनको इस महीने गिरफ्तार नहीं करेगी। जांच एजेंसी द्वारा कोर्ट को भरोसा दिए जाने के बाद तेजस्वी यादव आज पूछताछ के लिए सीबीआई के दफ्तर पहुंचे।
तेजस्वी यादव के वकील मनिंदर सिंह के अनुसार, तेजस्वी ने जांच एजेंसी को अवगत कराया था कि उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कुछ समय की आवश्यकता है, क्योंकि बिहार विधानसभा सत्र 5 अप्रैल को समाप्त होने वाला है। मनिंदर सिंह ने कोर्ट को यह भी बताया था कि तेजस्वी 25 मार्च को सुबह 10:30 बजे दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय में जांच अधिकारी के सामने पेश होंगे।
सीबीआई के वकील डी पी सिंह ने कोर्ट को बताया था कि विधानसभा की बैठक शनिवार को नहीं होती है, इसलिए तेजस्वी यादव अपनी सुविधा के अनुसार मार्च में किसी भी शनिवार को एजेंसी के सामने पेश हो सकते हैं।
लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने 15 मार्च को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती को जमानत दे दी थी। जांच अधिकारियों के अनुसार यादव परिवार तथा अन्य के खिलाफ सीबीआई की जांच दस्तावेजों और सबूतों की जांच का हिस्सा है जो पहला आरोपपत्र दाखिल होने के बाद सामने आए थे।
लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई का आरोप लगाया है कि 2004 से 2009 तक यूपीए सरकार में रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद के कार्यकाल के दौरान, बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक नोटिस के मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करके रेलवे में अपने उम्मीदवारों की नियुक्ति की गई थी। नौकरी पाने के लिए ऐसे उम्मीदवारों ने सीधे तौर पर या अपने परिवार के सदस्यों के जरिए लालू प्रसाद यादव के परिवार को जमीन दी।