दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन को धार्मिक आस्था के तहत विशेष भोजन देने की मांग वाली अर्ज़ी दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शनिवार को ठुकरा दी। विशेष जज विकास ढल की कोर्ट से जैन ने जेल में फल और सूखे मेवे की अनुमति देने का आदेश देने की मांग की थी।
सत्येंद्र जैन ने याचिका में कहा था कि मुझे 'जैन भोजन' और मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। मैं बिना मंदिर गए नियमित भोजन नहीं करता हूं और फल और सलाद खाता हूं। मैं मंदिर गए बिना खाना नहीं बना सकता। पिछले कुछ दिनों से मुझे फल-सलाद 'धार्मिक' आहार नहीं दिया गया है।
जैन को मई में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद से जैन तिहाड़ जेल की सलाखों के पीछे बंद हैं। उनकी यह दलील बीजेपी द्वारा तिहाड़ जेल में जैन का लजीज भोजन करते हुए एक वीडियो जारी करने के कुछ दिनों बाद आई है। उस वीडियो में, जैन को ऐपेटाइज़र के साथ शानदार भोजन करते हुए और सलाद और अन्य स्वादिष्ट और पौष्टिक खाद्य पदार्थों की ओर बढ़ते हुए देखा जा सकता है। एक शख्स को दिखाया गया जो लगातार उनकी सेवा में था। वो खाना लाने से लेकर उनकी कुर्सी के पास कूड़ेदान रखने तक सेवा कर रहा था। उनके कमरे में बोतलबंद पानी (मिनरल वॉटर) भी देखा गया।
इसके अलावा उनका एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें वो अपने पैर और हाथ का मसाज (मालिश) कराते हुए दिखाई दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने मसाज करने वाले को फिजियो थेरेपिस्ट बताया था लेकिन बीजेपी ने आरोप लगाया था कि वो शख्स रेप का आरोप है।आप ने यह कहकर बचाव किया कि सत्येंद्र जैन की तबियत खराब है और पहले से उनका इलाज चल रहा है।
ये सारे विवाद उस समय सामने आए जो आप एमसीडी और गुजरात विधानसभा चुनाव में उतरी हुई है। जैन के अब तक कई वीडियो सामने आए, जिससे आम आदमी पार्टी की छवि और साख को जबरदस्त धक्का पहुंचा है।