दिल्ली में खाने-पीने की चीजें, दूध-दवा वगैरह ऑनलाइन बेचने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों ने कहा है कि उन्हें 15 हज़ार लीटर दूध और 10 हज़ार किलो सब्जियाँ फेंक देनी पड़ीं, क्योंकि पुलिस वालों ने उन्हें ये चीजें ग्राहकों तक नहीं पहुँचाने दीं।
लॉकडाउन की वजह से ग्राहकों ने इन चीजों का ऑनलाइन ऑर्डर दिया क्योंकि वे बाहर निकल नहीं सकते थे।
जब रीटेल कंपनियों ने ये चीजें भेजीं तो पुलिस ने डेलीवरी बॉयज़ को न कि रोका, बल्कि उन्हें धमकाया, गालियाँ दीं, उनके साथ मारपीट की और कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी कर लिया।
क्या कहना है ऑनलाइन कंपनियों का
बिगबास्केट, फ्रेशमीनू और पोर्टिया मेडिकल जैसी ऑनलाइन रीटेल कंपनियों के प्रमोटर के. गणेश ने एनडीटीवी से कहा, ‘सरकार ने बिल्कुल सही कदम उठाया, पर उसने परचून की चीजें, खाने-पीने की चीजें, दवा और मेडिकल उपकरणों की ऑनलाइन डेलीवरी को इससे छूट देने का जो फै़सला किया, वह उन लोगों तक नहीं पहुँच सका जो ज़मीनी स्तर पर काम करते हैं और सरकार के फ़ैसले को लागू करते हैं।’उन्होंने कहा कि सड़क पर तैनात पुलिस वालों को नहीं पता कि ये आवश्यक चीजें हैं, इसका कोई तरीका नहीं है कि वे किसे जाने दें और किसे रोक दें। हालत ऐसी है कि केरल में काम पर जा रहे 4 में से एक स्वास्थ्य कर्मी को गिरफ़्तार कर लिया गया।
पुलिस की ज़्यादती
परचून की चीजें बेचने वाली कंपनी ग्रोफ़र्स और मांस सप्लाई करने वाली ऑनलाइन रीटेल कंपनी फ्रेशटूहोम के लोगों का भी यही कहना है। इन लोगों ने कहा कि पुलिस वाले लॉकडाउन को बग़ैर सोचे समझे लागू कर रहे हैं।
मिल्कबास्केट ने आरोप लगाया है कि उसे 15 हज़ार लीटर दूध और 10 हज़ार किलो सब्जियाँ फेंक देनी पड़ी क्योंकि अधिकारियों ने उनकी डेलीवरी नहीं करने दी।
पित्ज़ा सप्लाई करने वाली कंपनी बेकिंग बैड के अरुण जयसवाल ने एनडीटीवी से बात करते हुए यही आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ईस्ट कैलाश में पुलिस वालों ने डेलीवरी बॉयज को डंडों से पीटा तो नोएडा में उनसे मोबाइल फ़ोन छीन लिया।
ऑनलाइन रीटेल कंपनी कैप्टन ग्रब के करण नांबियार ने कहा कि नोएडा पुलिस ने यह नहीं बताया कि आख़िर क्यों डेलीवरी नहीं करने दिया जा रहा है।
दूसरी ओर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि खाने-पीने की चीजें और सब्जियाँ बेचने वालों के वह ई-पास देंगे।
छूट का एलान
इसके साथ ही गुरुग्राम और नोएडा की पुलिस ने चुनिंदा रीटेल ऑनलाइन कंपनियों को छूट देने का एलान किया है।याद दिला दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगंलवार की रात देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिनों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। उन्होंने इसकी ख़ुद व्याख्या करते हुए कहा कि पूरे देश में कहीं भी, कोई भी, घर से बाहर नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा कि जो जहाँ है, रहे, बाहर निकलने की बात भी न सोचे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात को 8 बजे अपने संबोधन में जैसे ही रात 12 बजे के बाद 21 दिनों तक कंप्लीट लॉकडाउन की घोषणा की, दिल्ली-नोएडा में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। हालात ऐसे थे कि प्रधानमंत्री के घोषणा करते ही दिल्ली की कई कॉलोनियों और नोएडा के सेक्टरों में रहने वाले लोग बेहद फुर्ती से घरों से निकले और कुछ ही मिनटों में सड़कों पर भारी भीड़ जमा हो गयी।