दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव को लेकर बीजेपी ने हिंदू कार्ड चल दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि आम आदमी पार्टी ने कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को एमसीडी चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाया है।
बताना होगा कि पिछले महीने दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित रूप से हिंदू समुदाय के हजारों लोगों का बौद्ध धर्म में धर्म परिवर्तन कराने की बात कही गई थी। इस दौरान 22 प्रतिज्ञाएं ली गई थीं।
हालांकि राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि इस तरह की प्रतिज्ञाएं साल 1956 से लगातार ली जाती रही हैं और उन्होंने किसी भी धर्म का कोई अपमान नहीं किया है। बताना होगा कि साल 1956 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने हजारों लोगों के साथ धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म अपनाया था।
एमसीडी के चुनाव के लिए 4 दिसंबर को मतदान होगा और नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे। एमसीडी चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया 14 नवंबर तक चलेगी।
दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष सुनील यादव ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा है कि वह बताएं कि उन्होंने हिंदू विरोधियों को अपना स्टार प्रचारक क्यों बनाया है।
गुजरात में लगा दिए थे पोस्टर
22 प्रतिज्ञाओं वाला राजेंद्र गौतम का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोल दिया था और केजरीवाल के खिलाफ गुजरात में कई जगहों पर हिंदू विरोधी होने के पोस्टर लगा दिए थे। इन पोस्टर में लिखा गया था कि मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण को ईश्वर नहीं मानता। पोस्टर में यह भी लिखा गया था कि मैं हिंदू धर्म को पागलपन मानता हूं। ऐसे पोस्टर गुजरात के कई शहरों में लगे होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। अरविंद केजरीवाल गुजरात का विधानसभा चुनाव जोर-शोर से लड़ रहे हैं। विवाद बढ़ने के बाद केजरीवाल को गौतम को कैबिनेट मंत्री के पद से हटाना पड़ा था।
अरविंद केजरीवाल का पलटवार
बीजेपी के द्वारा हिंदू विरोधी बताए जाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी एमसीडी की सत्ता में 15 साल तक रही है और वह सिर्फ अपने कोई पांच काम गिना दे। उन्होंने कहा कि पांच छोड़कर बीजेपी दो ही कोई काम गिना दे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता दिन-रात उन्हें गालियां देते रहते हैं।
बीजेपी ने राजेंद्र पाल गौतम की आड़ लेकर केजरीवाल की सॉफ्ट हिंदुत्व वाले नेता की छवि को ध्वस्त करने की कोशिश की है। बता दें कि केजरीवाल लगातार सॉफ्ट हिंदुत्व वाले नेता की छवि बनाने में जुटे हुए हैं। बीते कुछ सालों में अरविंद केजरीवाल कई न्यूज़ चैनलों के मंच पर हनुमान चालीसा पढ़ चुके हैं और साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद वह दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित हनुमान मंदिर तक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। उन पर मुस्लिमों के मुद्दों पर चुप रहने के आरोप भी लगते हैं।
काम पर भरोसा नहीं?
बहरहाल, एमसीडी का दंगल पूरी तरह सज चुका है और इस चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधी टक्कर दिखाई देती है। लेकिन यहां बड़ा सवाल यह है कि 15 साल तक एमसीडी की सत्ता में रहने के बाद भी क्या बीजेपी को अपने काम पर भरोसा नहीं है और वह केजरीवाल को हिंदू विरोधी बताकर उन पर हमले कर रही है।
250 वार्ड बनाए
साल 2012 तक दिल्ली में एकीकृत नगर निगम था लेकिन दिल्ली की तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार ने इसे उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी नगर निगमों में बांट दिया था। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे फिर से एक कर दिया है। तीनों नगर निगमों को मिलाकर दिल्ली में कुल 272 वार्ड थे लेकिन वार्डों के परिसीमन के बाद अब एमसीडी में 250 वार्ड बनाए गए हैं। इनमें से 42 वार्ड महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगे। 104 वार्डों को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है।
2017 में जब एमसीडी के 272 वार्डों में चुनाव हुआ था तो बीजेपी को 181 वार्डों में जीत मिली थी जबकि आम आदमी पार्टी को 48, कांग्रेस को 30 और अन्य को 11 वार्डों पर जीत मिली थी।
2017 के एमसीडी चुनाव के नतीजों को आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए बड़ा झटका माना गया था क्योंकि दिल्ली की सत्ता में होते हुए भी उसे बीजेपी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि वह बीजेपी को इस चुनाव में धूल चटा देगी।
केजरीवाल की 10 गारंटियां
एमसीडी चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के लिए 10 गारंटियों का ऐलान किया है। इन गारंटियों में कूड़े के पहाड़ ख़त्म करना, दिल्ली को साफ करना, पार्किंग समस्या को ख़त्म करना आदि शामिल हैं।
कड़े मुकाबले के आसार
एबीपी न्यूज़-सी वोटर ने एमसीडी के चुनाव को लेकर हाल ही में ओपिनियन पोल किया है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, 250 वार्ड वाले दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी में बीजेपी को 118-138, आम आदमी पार्टी को 104-124, कांग्रेस को 4-12 और अन्य को 0-4 सीटें मिल सकती हैं। निश्चित रूप से इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, एमसीडी पर कब्जे के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जोरदार टक्कर होने जा रही है।
एमसीडी चुनाव के बीच ही कूड़े के पहाड़ और यमुना नदी की सफाई पर राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी ने दिल्ली नगर निगम में अपने पिछले 15 साल के शासन में यहां कूड़े के ढेर लगा दिए हैं। जबकि बीजेपी यमुना नदी की सफाई को लेकर केजरीवाल सरकार को घेर रही है।
बीजेपी के द्वारा राजेंद्र गौतम के खिलाफ मोर्चा खोलने की वजह से ही अरविंद केजरीवाल को उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद से हटाना पड़ा था। अब बीजेपी ने उन पर फिर से हमला बोल दिया है। देखना होगा कि क्या बीजेपी के हिंदू कार्ड का एमसीडी के चुनाव में कोई असर होगा।