लोकसभा चुनाव के लिए देश के 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर आज 20 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है। लोकसभा चुनाव कुल 7 चरणों में होना है, इसमें से पहले चरण में इन 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मदतान होगा।
इन सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी नामांकन 20 मार्च से शुरू होकर 27 मार्च तक चलेगा। इसके बाद 28 मार्च को स्क्रूटनी का काम होगा। इसके बाद नामांकन करवा चुके प्रत्याशी 30 मार्च तक अपना नाम वापस ले सकते हैं।
त्योहारों को देखते हुए बिहार में नामांकन से जुड़ी तिथियों में बदलाव किया गया है। बिहार में 28 मार्च तक नामांकन होगा वहीं स्क्रूटनी 30 मार्च को होगी जबकि प्रत्याशी अपना नाम 2 अप्रैल तक ले सकेंगे।
पहले चरण में लोकसभा की जिन इन 102 सीटों के लिए मतदान होना है उसमें तमिलनाडु की 39, राजस्थान की 12 और मध्य प्रदेश की 6, उत्तर प्रदेश की 8, बिहार की 4, महाराष्ट्र की 5, पश्चिम बंगाल की 3, उत्तराखंड की 5, असम की 5 सीटें शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने 16 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। इसी के साथ देश भर में आदर्श आचार संहिता लग चुकी है।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस समेत कई राजनैतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों की सूचियां भी जारी करनी शुरु कर दी है। अगले कुछ दिनों में ही सभी सीटों के लिए सभी राजनैतिक दल अपने उम्मीदवारों की सूची जार कर देंगे।
लोकसभा चुनाव इस बार 7 चरणों में हो रहा है। इसको लेकर विभिन्न राजनैतिक दलों की मिली जुली प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल कह चुके हैं कि 7 चरण में लोकसभा चुनाव होने से विकास से जुड़े काम इस दौरान रूक जायेंगे, इससे बेहतर होता कि चुनाव आयोग इससे कम अवधि में ही चुनाव करवा लेता। वहीं भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने चुनाव आयोग द्वारा 7 चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा का स्वागत किया था।
चुनाव आयोगा के कामकाज पर नजर रखने वालों और राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करवाने के लिए ही चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 को 7 चरणों में करवाने का फैसला लिया है। इससे चुनाव में लगने वाले चुनाव कर्मियों और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती में आसानी होगी।