जेल में बंद अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को चुनौती दी गई है। ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा। मामले की सुनवाई एसीजे मनमोहन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ करेगी।
इस मामले में अदालत में 22 मार्च को एक जनहित याचिका दायर की गई थी। केजरीवाल उसी दिन से ईडी की हिरासत में हैं। यह याचिका दिल्ली निवासी सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है। वह खुद को किसान और सामाजिक कार्यकर्ता होने का दावा करते हैं।
दिल्ली आबकारी नीति मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। ईडी ने केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जमानत की उनकी याचिका पर कोर्ट ने उन्हें झटका दिया है। अरविंद केजरीवाल को बुधवार को कोई अंतरिम राहत नहीं मिली। क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी और ईडी रिमांड को चुनौती देने वाली याचिका के साथ-साथ अंतरिम राहत याचिका पर भी नोटिस जारी किया है। मामले की सुनवाई अब 3 अप्रैल को होगी।
किस आधार पर सीएम पद को चुनौती?
याचिका में मांग की गई है कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में बाधा आएगी और न्याय की प्रक्रिया बाधित होगी, बल्कि राज्य में संवैधानिक तंत्र भी टूट जाएगा। याचिका में कहा गया है कि चूंकि केजरीवाल हिरासत में हैं, इसलिए वह एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद अक्षम हैं और इस तरह उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बने रहना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि जेल में बंद मुख्यमंत्री कोई भी काम करने में असमर्थ होंगे क्योंकि सरकारी कामकाम में गोपनीयता के नियम का उल्लंघन होगा। तर्क दिया गया है कि किसी भी सामग्री को, भले ही वह गुप्त प्रकृति की क्यों न हो, जेल में उन तक पहुंचने से पहले जेल अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से उसकी जाँच की जाएगी। केजरीवाल के इस तरह कामकाज करने से सीधे तौर पर संविधान की तीसरी अनुसूची के तहत सीएम को दिलाई गई गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन होगा।
बता दें कि आप ने कहा था कि ईडी द्वारा गिरफ़्तार किए जाने के बाद भी अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली सरकार को चलाएंगे।
केजरीवाल की गिरफ़्तारी की ख़बरों के बाद आप नेता आतिशी ने कहा था, 'हमें ख़बर मिली है कि ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है... हमने हमेशा कहा है कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे। वह दिल्ली के सीएम बने रहेंगे।'