टिकट बंटवारे के घमासान में फंसी कांग्रेस और बीजेपी ने सोमवार देर रात को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। कांग्रेस ने इस लिस्ट में 7 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया है जबकि बीजेपी ने 10 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। बीजेपी की सूची में दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को भी टिकट मिला है और पार्टी ने उन्हें हरिनगर से उम्मीदवार बनाया है। दिल्ली में 8 फ़रवरी को मतदान होगा और चुनाव नतीजे 11 फ़रवरी को आएंगे।
केजरीवाल के ख़िलाफ़ यादव व सभरवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ उम्मीदवार उतारने के लिए लंबी माथापच्ची करने के बाद आख़िरकार कांग्रेस और बीजेपी ने नामांकन से एक दिन पहले इस सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। बीजेपी ने दिल्ली युवा मोर्चा के अध्यक्ष सुनील यादव को और कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल को मैदान में उतारा है।
इसके अलावा बीजेपी ने कस्तूरबा नगर से रविंद्र चौधरी, नांगलोई सीट से सुमनलता शौकीन, राजौरी गार्डन से रमेश खन्ना, महरौली से कुसुम खत्री को चुनाव मैदान में उतारा है। पार्टी ने कालकाजी से धर्मवीर सिंह, कृष्णानगर से अनिल गोयल और शाहदरा से संजय गोयल को उम्मीदवार बनाया है। दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष मनीष सिंह को दिल्ली कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी ने पहली लिस्ट में 57 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया था। बताया जा रहा है कि संगम विहार और बुराड़ी की सीट बीजेपी ने जेडीयू को जबकि सीमापुरी की सीट लोक जनशक्ति पार्टी को दी है।
कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रॉकी तुसीद को राजेंद्र नगर से, अमरीश गौतम को कोंडली से, भीष्म शर्मा को घोंडा से, रमिंद्र सिंह बमराह को तिलक नगर से, प्रमोद कुमार यादव को बदरपुर से और अरबिंद सिंह को करावल नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया है। कांग्रेस ने मंगलवार को 5 और उम्मीदवारों की घोषणा की है। इनमें मादीपुर (सुरक्षित) सीट से जय प्रकाश पंवार, विकासपुरी से मुकेश शर्मा, बिजवासन से प्रवीण राणा, महरौली से मोहिंदर चौधरी और ओखला से परवेज़ हाशमी का नाम शामिल है। 4 सीटें उसने सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल को दी हैं।
माना जा रहा था कि बीजेपी हरियाणा में उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड को भी कुछ सीटों पर टिकट देगी लेकिन अभी तक उसने इन दलों के नेताओं को टिकट नहीं दिया है। इससे पहले सोमवार को बीजेपी को जोरदार झटका तब लगा था जब एनडीए में उसकी पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर नाराजगी जताते हुए दिल्ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया था।