केजरीवाल की यह शर्त मान ली तो दिल्ली में लॉकडाउन नहीं!

01:20 pm Jan 09, 2022 | सत्य ब्यूरो

दिल्ली में हर रोज़ कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और पॉजिटिविटी दर ख़तरनाक स्तर तक बढ़ने के बाद भी लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक शर्त रखी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोई कोविड लॉकडाउन नहीं होगा यदि लोग सार्वजनिक रूप से फेस मास्क पहनते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में नए मामलों में भयावह वृद्धि हुई है। दिल्ली में शनिवार को 20,181 मामले दर्ज किए गए थे और पॉजिटिविटी दर 19.60 थी। संभावना है कि आज क़रीब 22 हज़ार केस दर्ज किए जाएँगे। शुक्रवार को भी क़रीब 20 हज़ार केस आए थे। दिल्ली में अब तक सबसे ज़्यादा कोरोना के मामले कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 23 अप्रैल को आए थे और तब एक दिन में 26,169 केस दर्ज किए गए थे।

अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'घबराने की ज़रूरत नहीं है ... जिम्मेदार बनें। हम अभी लॉकडाउन लागू नहीं करना चाहते हैं... हम प्रतिबंधों को पहले की तरह सीमित रखना चाहते हैं, ताकि आम आदमी प्रभावित न हो। कल डीडीएमए यानी दिल्ली आपदा प्रबंधन एजेंसी की बैठक है, और हम फिर से स्थिति की समीक्षा करेंगे।' उन्होंने लोगों से जल्द से जल्द दोहरा टीका लगवाने का भी आग्रह किया।

केजरीवाल ने यह भी घोषणा की कि वह कोरोना संक्रमण से उबर चुके हैं। उन्हें दो दिन तक बुखार रहा था और उन्होंने क़रीब हफ़्ते भर ख़ुद को आइसोलेट रखा। 

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इससे पहले कहा था कि दिल्ली सरकार पूरी ताक़त के साथ कोरोना के प्रसार से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली के 14 सरकारी अस्पतालों में 5650 बेड और 2075 आईसीयू बेड जोड़े गए हैं। अस्पतालों में 90% बिस्तर अभी भी खाली हैं क्योंकि पिछली लहर की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने की दर काफी कम है।

प्रकाश परब के कारण वीकेंड कर्फ्यू में ढील

दिल्ली सरकार ने सिख धर्म के त्योहार प्रकाश परब के अवसर पर रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में वीकेंड कर्फ्यू में ढील दी है। डीडीएमए ने एक अलग आदेश जारी किया है जिसमें भक्तों को प्रकाश परब के लिए गुरुद्वारों में जाने की अनुमति दी गई है। अन्य पूजा स्थल भक्तों के लिए बंद रहेंगे।

बता दें कि पूरे देश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर अब 1 लाख 59 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी आँकड़ों के अनुसार 24 घंटे में 1,59,632 नए कोरोना मामले आए। एक दिन पहले देश में कोरोना संक्रमण के 1,41,986 मामले सामने आए थे। देश में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3.55 करोड़ हो गए हैं। इसमें ओमिक्रॉन वैरिएंट के 3,623 मामले शामिल हैं। 

इसके साथ ही संसद में काम करने वाले क़रीब 400 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 6 और 7 जनवरी को संसद में कार्यरत कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने कोरोना का टेस्ट कराया था उनमें से 400 से अधिक लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इधर सुप्रीम कोर्ट के 4 जज भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

बहरहाल देश में पिछले 24 घंटों में पाए गए कोरोना संक्रमण के मामलों में पॉजिटिविटी दर 10.21 फ़ीसदी आई है। पॉजिटिविटी दर से मतलब है कि कुल जाँच किए गए मामलों में से कितने फ़ीसदी लोग संक्रमित पाए जाते हैं। मिसाल के तौर पर 100 जाँच में से 10 लोग संक्रमित पाए जाते हैं तो पॉजिटिविटी दर 10 फ़ीसदी हुई। यदि देश में पूरे हफ्ते की पॉजिटिविटी दर निकाली जाए तो यह 6.77 फ़ीसदी है। भारत में सक्रिय मामले बढ़कर अब 5,90,611 हो गए हैं।

ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले भी अब काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। पूरे देश में एक दिन में ओमिक्रन के 616 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही अब कुल मामले बढ़कर 3623 हो गए हैं। सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र में 1009 मामलों की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र के बाद नये वैरिएंट के सबसे ज्यादा दिल्ली में 513 केस आए हैं। पूरे देश में अब तक 1409 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या प्रवास पर चले गए हैं। नये वैरिएंट के मामले अब तक 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आ चुके हैं।