अब यह तय माना जाना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा का चुनाव शाहीन बाग़ के मुद्दे पर ही लड़ने की बात मन में ठान ली है। एक के बाद पार्टी के तमाम नेताओं के निशाने पर शाहीन बाग़ का आंदोलन है और पार्टी नेताओं के बयान राजनीति में भाषा की मर्यादा को लांघकर कोसों दूर जा चुके हैं।
सोमवार को हुई एक जनसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'देश के गद्दारों को, गोली मारों सालों को' का नारा लगाया था। मंगलवार को पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो एक घंटे में शाहीन बाग़ को खाली करवा देंगे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि वह शाहीन बाग़ के साथ खड़े हैं, मनीष सिसोदिया भी कहते हैं कि वह शाहीन बाग़ के साथ हैं। दिल्ली की जनता जानती है जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी, वहां कश्मीरी पंडितों की बहन-बेटियों से रेप हुआ था। इसके बाद ये आग यूपी, केरल, हैदराबाद में लगती रही और आज ये आग दिल्ली के एक कोने में लग गई है।’
वर्मा आगे कहते हैं, ‘वहां लाखों लोग इकट्ठा हो जाते हैं, ये आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है, हमारे घर में पहुंच सकती है। दिल्ली वालों को सोच-समझकर फ़ैसला लेना पड़ेगा। ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों को उठायेंगे, उनके साथ रेप करेंगे, उनको मारेंगे। इसलिए आज समय है, कल मोदी-अमित शाह नहीं आयेंगे बचाने। इसलिए दिल्ली के लोग आज अगर जाग जायेंगे, तो अच्छा रहेगा। दिल्ली के लोग तब तक सुरक्षित महूसस करेंगे जब तक मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं।’
इस तरह बीते कुछ दिनों से शाहीन बाग़ दिल्ली विधानसभा चुनाव में अहम मुद्दा बन चुका है। बीजेपी के नेताओं के धुआंधार बयान इस मसले पर आ रहे हैं। शुरुआत में आम आदमी पार्टी ने कोशिश की थी कि वह इस मसले पर चुप रहे लेकिन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के यह कहने पर कि वह शाहीन बाग़ के लोगों के साथ खड़े हैं, बीजेपी ने इसे लपक लिया और अब उसके नेता आए दिन इस बयान को मुद्दा बना रहे हैं।