मनीष सिसोदिया का जिक्र कर केजरीवाल भावुक हो गए

04:14 pm Jun 07, 2023 | सत्य ब्यूरो

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को दिल्ली के बवाना इलाके में एक नए स्कूल के उद्घाटन के दौरान अपने पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया को याद कर भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने अपने हाथ से ही आंसू पोंछे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के स्कूली छात्रों की शिक्षा सिसोदिया का सपना था और रहेगा।

आम आदमी पार्टी के नेता सिसोदिया दिल्ली शराब आबकारी नीति मामले में इस समय तिहाड़ जेल में हैं। अपनी गिरफ्तारी को लेकर मार्च में इस्तीफा देने तक वो दिल्ली के शिक्षा मंत्री थे।

केजरीवाल ने इस कार्यक्रम में कहा, "वे लोग (भाजपा) चाहते हैं कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति समाप्त हो और हम (आम आदमी पार्टी) इसे खत्म नहीं होने देंगे।" केजरीवाल ने कहा कि सिसोदिया को जेल सिर्फ इसलिए हुई कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षा का माहौल बदल दिया था। इतने अच्छे आदमी को झूठे आरोप लगाकर और झूठे मुकदमे लगाकर उन्होंने जेल में रखा है।'

यह पहली बार नहीं है जब आप प्रमुख ने अपने पूर्व नंबर 2 की प्रशंसा की है, जो तेजी से भाजपा के खिलाफ एक सशक्त चेहरा बनकर उभर रहे हैं। अप्रैल में केजरीवाल ने सिसोदिया को 'दिल्ली की शिक्षा क्रांति का वास्तुकार' कहा था और पिछले साल उन्होंने उन्हें 'कट्टर ईमानदार आदमी' करार दिया था।

केजरीवाल ने आज अपने भाषण में भाजपा पर अपने मंत्रियों को गिरफ्तार करके उस क्रांति को रोकने का आरोप लगाया और हर बच्चे के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के महत्व को दोहराया।

दिल्ली के बवाना इलाके में मौजूदा स्कूल की गंभीर स्थिति पर बोलते हुए, केजरीवाल ने निवासियों को याद दिलाया कि उनकी सरकार ने उन मानकों को सुधारने के लिए लगन से काम किया है। मैं कई बार बवाना आया हूं और मैंने यहां के स्कूल की बदहाली देखी है... आज मैं अपने वादे को पूरा करने के लिए आपके सामने खड़ा हूं- दो नए स्कूल..."

दिल्ली आबकारी नीति केस

सिसोदिया अब रद्द की जा चुकी शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं के एक मामले में जेल में हैं। उन्हें मार्च में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। नई शराब नीति को कई और भी गिरफ्तारियां हुई हैं।

अपनी गिरफ्तारी के समय, सिसोदिया दिल्ली सरकार में 33 में से 18 विभागों को संभाल रहे थे और उनकी गिरफ्तारी (जो दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद हुई) ने आप और भाजपा के बीच बड़े पैमाने पर राजनीतिक गतिरोध पैदा कर दिया है।