नागरिकता संशोधन क़ानून के समर्थक और विरोधियों के बीच जारी हिंसा के कारण दिल्ली का माहौल ख़ासा तनावपूर्ण है। सोमवार को हुई हिंसा के बाद मंगलवार को भी दिन भर उत्तर-पूर्वी जिले के कई इलाक़ों में आगजनी की घटनाएं हुईं। हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 150 से ज़्यादा लोग घायल हैं।
मंगलवार को दिन में 3.30 बजे उपद्रवियों ने भजनपुरा में एक बैटरी की दुकान में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी। इंडिया टुडे के मुताबिक़, स्थानीय व्यक्ति राकेश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं चला कि हालात कैसे ख़राब हुए और इस घटना के बाद से ही उनका परिवार सुरक्षा को लेकर डरा हुआ है।
घटना के बाद विशेष पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और प्रवीर रंजन ने इलाक़े में फ़्लैग मार्च किया। गोलचा ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिये आंसू गैसे के गोले छोड़े गये और लाठीचार्ज किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस उपद्रवियों को हिरासत में लेगी और कार्रवाई करेगी।
अफ़वाहें न फैलाएं: सिसोदिया
लगातार ख़राब हो रहे माहौल के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा है कि लोग अफ़वाहें फैलाने से बचें। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कई जगह अफ़वाहें फैलाने का भी काम हो रहा है। जब तक कोई घटना आप अपनी आँखों से होते न देखें तब न तो ऐसी बातों पर यक़ीन करें और न ही इस तरह के वॉट्सऐप संदेश को किसी को भेजें। ऐसे नाज़ुक समय पर सबसे बड़ा योगदान अफ़वाहें न फैलाना भी है।’
मंगलवार सुबह सबसे पहले मौजपुर और ब्रह्मपुरी में पत्थरबाज़ी और आगजनी की घटनाएँ हुईं और करावल नगर में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। मंगलवार दोपहर को भजनपुरा चौक पर फिर से पत्थरबाज़ी की घटना हुई और शाम को एक बार फिर उपद्रवियों ने चांदबाग में आगजनी की लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग करके उन्हें खदेड़ दिया। स्थिति पर नियंत्रण के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।