केजरीवाल को जमानत सत्य, संविधान और लोकतंत्र की जीत: आप

05:49 pm May 10, 2024 |

आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत दिए जाने को सत्य की जीत बताया है। इसने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से सिर्फ़ अरविंद केजरीवाल को जमानत ही नहीं मिली है, बल्कि सत्य, संविधान और लोकतंत्र की भी जीत हुई है।

अदालत के फ़ैसले के बाद आप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आप ने कहा, 'देश की सभी संस्थाएं आम आदमी पार्टी के पीछे लगा दी गईं। हमारे तमाम नेताओं को जेल में डाल दिया। लेकिन हमें देश की क़ानून व्यवस्था पर भरोसा था और सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से आज संविधान और सत्य की जीत हुई।' आप नेता और मंत्री आतिशी ने कहा, 'हम संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं। अब तानाशाही का अंत होगा और इस 2024 के चुनाव में ही होगा।'

आतिशी ने कहा, 'हमारे देश के इतिहास में जब जब संविधान ख़तरे में आया है, जब जब लोकतंत्र ख़तरे में आया है तो हमारे देश का सुप्रीम कोर्ट सामने आया है। लोकतंत्र की रक्षा करने में सुप्रीम कोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका है।' उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में आने के लिए केजरीवाल को जमानत देकर सुप्रीम कोर्ट ने लोकतंत्र की रक्षा की है। 

आप नेता ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव निष्पक्ष और बिना डर के हो और सबको बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने बीजेपी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले की जमकर तारीफ़ की। 

पार्टी नेता गोपाल राय ने कहा, 'आज सर्वोच्च न्यायालय ने देश और लोकतंत्र से प्यार करने वाले लोगों के दिलों में उम्मीद की किरण जलाई है। आज दिल्ली समेत पूरा देश खुश है। सुप्रीम कोर्ट ने बता दिया कि जिस देश का संविधान लाखों शहीदों के बलिदान से बना हो, उसे कोई ऐसे ही ख़त्म नहीं कर पाएगा। इसके लिए पूरा देश सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद करता है।'

अब देश में दिखेंगे बड़े बदलाव: आप

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की 40 दिन में जमानत होना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उन्होंने कहा, 'अरविंद केजरीवाल जी के लिए यह बजरंग बली का आशीर्वाद है। केजरीवाल जी बड़े मक़सद के लिए बाहर आ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से ईश्वर का इशारा है कि अब बदलाव आने वाला है। अब देश में जल्द ही बड़े बदलाव दिखने लगेंगे।'

इसके साथ ही आप ने केजरीवाल के जेल से बाहर आने से पहले ही बीजेपी के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ दिया है। इसने केजरीवाल को 'बब्बर शेर' बताया है और बीजेपी सरकार को 'तानाशाही सरकार' होने का आरोप लगाया है।

पिछले महीने ही जेल से निकले आप नेता संजय सिंह ने भी केजरीवाल की जमानत के बाद मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा, 'सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले का स्वागत है, तानाशाही का अंत होगा।'

इधर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, 'उच्चतम न्यायालय का धन्यवाद। अब हम लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई को और शिद्दत के साथ लड़ेंगे। अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं एक सोच है और अब इस सोच को और तेज़ी के साथ आगे लेकर बढ़ेंगे।'

इंडिया गठबंधन के नेताओं ने किया स्वागत

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है, 'मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि श्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिल गई है। मौजूदा चुनाव के लिहाज से यह काफी मददगार होगा।' अखिलेश यादव ने कहा, "दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी की जमानत सत्य की एक और जीत है। ‘इंडिया गठबंधन’ की शक्ति और एकजुटता भाजपा के दुख-दर्द देनेवाले राज से भारत की जनता को मुक्ति दिलवाने जा रही है।"

कांग्रेस के पवन खेड़ा ने बयान जारी कर कहा, "सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अरविंद केजरीवाल जी को राहत मिली है, हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं। 4 जून के बाद नरेंद्र मोदी जी को समय मिलेगा कि वह आत्मचिंतन करें, कि वह किस तरह की राजनीति करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भी जल्दी ही न्याय मिलेगा।'

शरद पवार ने कहा, 'मैं सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिए गए अंतरिम जमानत आदेश का स्वागत करता हूं। भारत लोकतंत्र के रास्ते पर दृढ़ है।' 

शिवसेना यूबीटी की प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'और अरविंद केजरीवाल जी के लिए बड़ी जीत, जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत देने के लिए कदम उठाया। विपक्ष को चुप कराने की बीजेपी की कोशिश उन्हीं पर भारी पड़ रही है। हम चुप नहीं बैठेंगे, झुकेंगे नहीं, चाहे कुछ भी हो जाए, झुकेंगे नहीं। भारत देख रहा है, इंडिया जीत रहा है!'