यमुना का पानी सुप्रीम कोर्ट तक पहुँचा, जल स्तर में गिरावट के आसार
यमुना का जल स्तर नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। हालाँकि शुक्रवार सुबह इसमें मामूली कमी भी आई है। गुरुवार शाम 6 बजे 208.66 मीटर को छूने के बाद गुरुवार सुबह 6 बजे यमुना का जल स्तर 208.46 मीटर रहा। केंद्रीय जल आयोग ने अनुमान लगाया है कि आज जलस्तर में गिरावट आएगी और दोपहर एक बजे तक जलस्तर 208.30 मीटर तक पहुंच सकता है। फिर भी यह 1978 में दर्ज किए गए 207.49 मीटर के पिछले रिकॉर्ड से अधिक है।
जल स्तर बढ़ने के बाद यमुना का पानी अब कई अहम क्षेत्रों में घुस गया है। उत्तरी दिल्ली मे रिंग रोड और राजघाट के बाद सुप्रीम कोर्ट परिसर तक पानी पहुँच गया है। यमुना के निचले हिस्से में तो काफी पहले से बस्तियों में पानी भरा है और लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
लाल किला, कश्मीरी गेट, सिविल लाइंस, राजघाट और आईटीओ समेत शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। लाल किले का प्रबंधन करने वाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई ने 17वीं सदी के इस स्मारक को शुक्रवार को आगंतुकों के लिए बंद कर दिया है।
दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। दिल्ली सरकार ने कल स्कूलों, कॉलेजों, श्मशान घाटों और यहां तक कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों को भी बंद कर दिया है क्योंकि उफनती हुई यमुना का पानी राष्ट्रीय राजधानी में भर गया है।
बाढ़ का पानी शहर के मध्य भाग में तिलक मार्ग इलाके में स्थित सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया। दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सरकार ने मुख्य सचिव को नियामक को हुए नुकसान के मामले को प्राथमिकता पर लेने और समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया है।
Whole night, our teams worked to fix the damage at regulator of drain no 12 near WHO building.
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) July 14, 2023
Still, the water of Yamuna is entering the city through this breach. The Govt has directed Chief Secretary to take it up on highest priority.
सेना/एनडीआरएफ़ की मदद लें: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है, 'आईटीओ और आसपास बाढ़ आ रही है। इंजीनियर पूरी रात काम कर रहे हैं। मैंने मुख्य सचिव को सेना/एनडीआरएफ की मदद लेने का निर्देश दिया है, लेकिन इसे तत्काल ठीक किया जाना चाहिए।'एक रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से अधिकतम डिस्चार्ज लगभग 1.50 लाख क्यूसेक था। यह मंगलवार को हथिनीकुंड से छोड़े गए 3.59 लाख क्यूसेक के अधिकतम डिस्चार्ज से काफी कम है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि हथिनीकुंड बैराज में जल स्तर में भारी गिरावट देखी गई है।
गुरुवार शाम को जारी भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले पांच दिनों में हिमाचल प्रदेश में और अगले तीन दिनों में उत्तरी हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। अगले पांच दिनों में उत्तराखंड में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है। ये तीन राज्य हैं जहां से होकर यमुना दिल्ली पहुंचने से पहले गुजरती है, और इस क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण यमुना उफान पर होती है।