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अपहरण, हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस का सिपाही मोनू सिरोही गिरफ़्तार

अपहरण, हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस का सिपाही मोनू सिरोही गिरफ़्तार

दिल्ली पुलिस के सिपाही मोनू सिरोही को राजधानी में ही रहने वाले एक युवक की हत्या के मामले में गिरफ़्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस के सिपाही मोनू सिरोही को राजधानी में ही रहने वाले एक युवक की हत्या के मामले में गिरफ़्तार किया गया है। दो महीने पहले इस युवक का अपहरण कर उसे इतना पीटा गया था कि उसकी मौत हो गयी। घटना दिल्ली के न्यू अशोक नगर की है। कांस्टेबल और उसके साथियों के द्वारा युवक को पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हुआ है। घटना को लेकर भीम आर्मी से जुड़े कार्यकर्ताओं सहित कई अन्य लोगों ने कड़ा विरोध जताया है। 

घटना के वक़्त मोनू सिरोही के साथ मौजूद हरीश नाम के अभियुक्त को भी इस मामले में गिरफ़्तार किया गया है। 

मृतक का नाम अजीत कुमार था। मोनू सिरोही ने अपने चार साथियों विकास, विनीत और हरीश के साथ मिलकर 4 जून को अजीत का अपहरण कर लिया था। मोनू का अजीत के साथ पार्किंग को लेकर झगड़ा हुआ था। पुलिस ने बताया है कि जब अजीत की मौत हो गयी तो अभियुक्तों ने उसके शव को नहर में बहा दिया। अभी भी उसका शव नहीं मिला है। 

मोनू सिरोही को पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। 

इस घटना का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें दिख रहा है कि मोनू और उसके दोस्त अजीत और उसके एक दोस्त अतुल को सड़क के किनारे किसी जगह पर पीट रहे हैं। ऊपर किसी जगह पर मौजूद एक शख़्स ने इस घटना का वीडियो बना लिया था। अजीत को जमकर पीटा जाता है जबकि अतुल वहां से भाग जाता है। 

डीसीपी (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सिरोही ने पूछताछ में कुबूल कर लिया है कि उसने इस घटना को अंजाम दिया है। कश्यप ने कहा कि शव की तलाश की जा रही है और मोनू के दो और साथियों की तलाश जारी है। 

मृतक अजीत कुमार के परिवार वालों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अजीत कोंडली में मोनू के घर के पास फल बेचता था। अजीत की कुछ स्थानीय लड़कों से पार्किंग को लेकर लड़ाई हुई थी। 

अजीत के भाई अशोक ने बताया कि ये लड़के अजीत को लगातार धमका रहे थे और उनकी बहन को भी परेशान कर रहे थे। वह 3-4 जून को ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गया था जबकि पुलिस का कहना है कि परिवार वालों ने 13 जून को शिकायत दर्ज कराई। 

अशोक ने कहा कि पुलिस लगातार एफ़आईआर दर्ज करने में देर करती रही। मैंने पुलिस को बताया था कि वे लड़के हमारे घर आए थे और हमसे शिकायत वापस लेने की मांग की थी। उन्होंने मुझे मेरे भाई की हत्या करने की भी धमकी दी थी लेकिन पुलिस ने हमारी बात नहीं सुनी। 

सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया 

घटना को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस से मांग की है कि ऐसे सिपाही को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यकर्ताओं ने एसीपी दफ़्तर का घेराव किया और बाक़ी अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ़्तार करने की मांग की। 

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