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दिल्ली मेयर का चुनाव अब 24 को, क्या इस बार शांति रहेगी

दिल्ली मेयर का चुनाव अब 24 को, क्या इस बार शांति रहेगी

दिल्ली में मेयर का चुनाव अब 24 जनवरी को होगा। लेकिन 6 जनवरी को जब इस संबंध में आप और बीजेपी पार्षदों की बैठक हुई थी तो उसमें लात-घूंसे चल गए थे। इस बार क्या होगा, कोई नहीं जानता। एमसीडी हाउस में आप के पास बहुमत है लेकिन बीजेपी कानूनी लोचे का फायदा उठाकर मेयर की कुर्सी पर नजर गड़ाए हुए है, इसलिए विवाद हो रहा है। जानिए नया घटनाक्रमः 

दिल्ली के मेयर का चुनाव 24 जनवरी को हो सकता है। एलजी वीके सक्सेना ने एमसीडी के पार्षदों की बैठक बुलाने की अनुमति दे दी है। एलजी दफ्तर के मुताबिक एमसीडी के नए चुने गए पार्षदों की शपथ, स्थायी समिति के लिए मेयर, डिप्टी मेयर और छह सदस्यों का चुनाव मंगलवार 24 जनवरी को होगा।

6 जनवरी को मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी और आप पार्षदों के बीच लात-घूंसे चले थे। विवाद उस समय हुआ जब एलजी ने मनोनीत पार्षदों को भी मेयर चुनाव की प्रक्रिया में शामिल करना चाहा। आप ने इसका विरोध किया। उसका कहना था कि जो लोग चुन कर आए हैं, उन्हें ही मेयर प्रक्रिया में शामिल होने का अधिकार है। आप ने आरोप लगाया कि एलजी बीजेपी के साथ मिलकर उसकी पसंद का मेयर लाना चाहते हैं।

एमसीडी हाउस में 250 पार्षद शामिल हैं। दिल्ली से बीजेपी के सात लोकसभा सांसद और आप के तीन राज्यसभा सांसद और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनीत 14 विधायक भी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के चुनाव में भाग लेंगे।

250 सदस्यीय सदन में आप के पास स्पष्ट बहुमत है। नौ पार्षदों वाली कांग्रेस ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।

महापौर चुनाव एक गुप्त मतदान के माध्यम से होता है और पार्षद किसी भी उम्मीदवार के लिए मतदान करने के लिए स्वतंत्र होते हैं। महापौर के चुनाव के लिए 250 निर्वाचित पार्षद, सात लोकसभा और दिल्ली के तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायक शामिल हैं। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में आप के 13 और बीजेपी के एक सदस्य को मनोनीत किया है।

महापौर चुनावों में कुल वोट 274 हैं। संख्या का खेल आप के पक्ष में है, जिसके पास बीजेपी के 113 के मुकाबले 150 वोट हैं। कांग्रेस के पास नौ पार्षदों के लिए नौ वोट हैं, जबकि दो निर्दलीय भी हैं।

दिल्ली नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों की पहली बैठक 6 जनवरी को मेयर चुने बिना स्थगित कर दी गई। क्योंकि पहले 10 एल्डरमैन को शपथ दिलाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले पर बीजेपी और आप पार्षद आपस में भिड़ गए थे।

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