दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को शुक्रवार को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, जैन के फेफड़ों में संक्रमण बढ़ गया है। तबीयत बिगड़ने पर जैन को साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। जैन को प्लाज्मा थेरेपी दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई लोगों ने जैन के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
जैन के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें सोमवार रात को राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस दौरान उन्हें तेज़ बुखार था और शरीर में ऑक्सीजन लेवल गिर गया था।
कुछ दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बुखार के साथ गले में खराश की परेशानी हुई थी। इसके बाद उन्होंने ख़ुद को आइसोलेट कर लिया था। उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था और इसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
हाल ही में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि कोरोना संक्रमण के मामले इसी रफ़्तार के साथ बढ़ते रहे तो 31 जुलाई तक राजधानी में संक्रमण के मामलों की संख्या 5.5 लाख तक पहुंच सकती है। सिसोदिया ने कहा था, ‘इसीलिए, दिल्ली की कैबिनेट ने यह फ़ैसला लिया था कि अभी कुछ समय तक जब तक कोरोना का संकट है, दिल्ली सरकार के अस्पतालों के बेड्स को दिल्ली वालों के लिए ही रिजर्व करके रखा जाए।’
लेकिन दिल्ली के अस्पतालों के बेड्स को दिल्ली वालों के लिए ही रिजर्व रखे जाने के केजरीवाल सरकार के फ़ैसले को उप राज्यपाल अनिल बैजल पलट चुके हैं।
कुछ दिन पहले ही सत्येंद्र जैन ने कहा था कि राजधानी में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है लेकिन केंद्र सरकार जब इसे आधिकारिक तौर पर घोषित करेगी तभी इसे माना जाएगा। उन्होंने कहा था कि राजधानी में लगभग आधे केस ऐसे आ रहे हैं जिसमें लोगों को यह नहीं पता चल रहा है कि उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण कहां से हुआ है और यही कम्युनिटी स्प्रेड है। स्वास्थ्य मंत्री के बयान का सीधा मतलब है कि इन हालात में दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले और बढ़ सकते हैं।