नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने फ़िल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जब से कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स केस में पकड़ा है, तभी से वह सुर्खियों में बने हुए हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक हर रोज समीर वानखेड़े पर आरोपों की बौछार कर रहे हैं और रोज नया दस्तावेज पेश कर रहे हैं। क्रूज़ ड्रग्स केस में गवाह रहे प्रभाकर सैल ने आर्यन केस को रफा-दफा करने के एवज में बड़ी रकम मांगने के आरोप लगाए थे। इसके बाद एनसीबी द्वारा गठित की गई 5 सदस्यीय टीम ने समीर वानखेड़े से 4 घंटे तक पूछताछ की।
एनसीबी की स्पेशल विजिलेंस टीम के प्रमुख ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि जांच टीम ने वानखेड़े से इस केस से जुड़े आरोपों पर पूछताछ की और उनसे केस से संबंधित कागजात भी लिए हैं।
एनसीबी की विजिलेंस टीम डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में बुधवार सुबह मुंबई पहुंची और सीधे सीआरपीएफ के बांद्रा स्थित गेस्ट हाउस पहुंची। विजिलेंस की टीम ने समीर वानखेड़े को भी पूछताछ के लिए यहीं पर बुलाया।
गोसावी को कैसे जानते थे?
डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह की अगुवाई में विजिलेंस टीम ने समीर वानखेड़े से बांद्रा में सीआरपीएफ के गेस्ट हाउस में 4 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। विजिलेंस टीम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि समीर वानखेड़े ने जांच अधिकारियों के हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। ज्ञानेश्वर सिंह ने समीर वानखेड़े से केपी गोसावी के साथ संबंधों के बारे में पूछा तो वानखेड़े ने कहा कि उनकी गोसावी से उसी दिन पहली बार मुलाकात हुई थी जिस दिन क्रूज़ पर छापा मारा गया था।
जांच अधिकारियों ने गोसावी के बॉडीगार्ड और वानखेड़े पर आरोप लगाने वाले प्रभाकर सैल से संबंधों के बारे में पूछा तो वानखेड़े ने बताया कि वह प्रभाकर से पहले कभी नहीं मिले हैं। क्रूज़ पर ही गोसावी ने प्रभाकर से उनका परिचय कराया था।
‘झूठा है निकाहनामा’
समीर वानखेड़े से उन पर निकाहनामा को लेकर लगे आरोपों के बारे में पूछा गया तो वानखेड़े ने कहा कि यह झूठा निकाहनामा है। सीआरपीएफ गेस्ट हाउस से निकलने के बाद समीर वानखेड़े ने मीडिया से कोई बात नहीं की।
दोबारा हो सकती है पूछताछ
एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने समीर वानखेड़े से पूछताछ के बाद मीडिया से कहा कि जांच टीम ने करीब 4 घंटे तक पूछताछ के दौरान समीर वानखेड़े के बयान दर्ज किए। समीर ने जांच टीम के सामने कई बातें रखी हैं जिनको परखा जा रहा है। सिंह ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वानखेड़े से और सबूत और दस्तावेज मांगे जाएंगे और दोबारा पूछताछ भी की जाएगी।
गोसावी, प्रभाकर जांच में शामिल हों
एक हलफनामे के जरिए प्रभाकर द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच एनसीबी की विजिलेंस टीम ने की है। ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि टीम ने इस केस से जुड़े सभी मुख्य गवाहों को भी पूछताछ के लिए समन जारी किया है ताकि इस केस में लगे आरोपों की जांच की जा सके। एनसीबी ने केपी गोसावी और प्रभाकर सैल से भी जांच में शामिल होने के लिए संपर्क किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।
ज्ञानेश्वर सिंह ने मीडिया के जरिये अपील की कि गोसावी और प्रभाकर एनसीबी की जांच में शामिल हों और प्रभाकर ने जो आरोप एनसीबी के अधिकारी पर लगाये हैं उनके सुबूत भी हमारी जांच टीम के सामने पेश करें।
ज्ञानेश्वर सिंह ने साफ किया कि जब तक समीर वानखेड़े के खिलाफ पक्के सुबूत नहीं मिलते हैं तब तक वह क्रूज पर ड्रग्स के मामले में जांच अधिकारी बने रहेंगे। जांच टीम एनसीबी मुंबई यूनिट के और कुछ अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। इस केस से जुड़े और भी कुछ प्राइवेट लोगों से पूछताछ की जाएगी।