द्रौपदी मुर्मू बनीं भारत की नयी राष्ट्रपति
द्रौपदी मुर्मू देश की नयी राष्ट्रपति बन गई हैं। उन्होंने 15वें राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के ख़िलाफ़ जीत दर्ज की।राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और कुछ विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुक़ाबला था। मतगणना में शुरुआत से ही मुर्मू आगे रहीं। राज्य सभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया था कि शुरुआती चरण में सांसदों के वोटों में से द्रौपदी मुर्मू को कुल 3,78,000 की वैल्यू के साथ 540 वोट मिले हैं जबकि यशवंत सिन्हा ने 1,45,600 की वैल्यू के साथ 208 वोट हासिल किए हैं। कुल 15 वोट अवैध पाए गए।
इस पद के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। इस दौरान कई जगहों पर क्रॉस वोटिंग भी हुई थी। नतीजे आने से पहले ही द्रौपदी मुर्मू के गृह नगर रायरंगपुर में जीत का जश्न मनाया जाने लगा है। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
2017 में हुए राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया था। तब रामनाथ कोविंद को 65.65 और मीरा कुमार को 34.35 फीसद वोट मिले थे।
द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं। भारत की आजादी के बाद पहली ऐसी आदिवासी महिला हैं जो इस पद पर पहुँचीं।
कुल 4809 मतदाता
राष्ट्रपति के चुनाव में 776 सांसद और 4033 विधायक मिलाकर कुल 4809 मतदाता थे। सांसदों के वोट की कुल वैल्यू 5,43,200 है जबकि विधायकों के वोट की वैल्यू 5,43,231 है और यह कुल मिलाकर 10,86,431 होती है। इसमें से जिस उम्मीदवार को 50 फ़ीसद से ज्यादा वोट मिलेंगे, वह जीत जाएगा।सांसद के वोट की वैल्यू 700
हर सांसद के वोट की वैल्यू 700 है जबकि विधायकों के वोटों की वैल्यू हर राज्य में अलग-अलग होती है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में हर विधायक के वोट की वैल्यू 208 है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने 273 सीटों पर जीत हासिल की है और कई राज्यों में बीजेपी की सरकार है इसलिए एनडीए के पास इस चुनाव में बढ़त है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के वोटों की कुल वैल्यू 83,824, पंजाब की 13,572, उत्तराखंड की 4480, गोवा की 800 और मणिपुर की 1080 है। तमिलनाडु विधानसभा की वोट वैल्यू 41,184, झारखंड की 14,256, महाराष्ट्र की 50,400, बिहार की 42,039 और आंध्र प्रदेश की 27,825 है।
इसी तरह सिक्किम विधानसभा की वोट वैल्यू 224, मिजोरम की 320, अरुणाचल की 480, नागालैंड की 540, मेघालय की 1020 और गोवा की 800 है।
राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव में ओपन वोटिंग का कोई प्रावधान नहीं है और यह सीक्रेट बैलेट के जरिए होती है। राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव में अपना बैलेट किसी को भी दिखाया जाना मना है और राजनीतिक दल वोटिंग के मुद्दे पर अपने सांसदों को व्हिप भी जारी नहीं कर सकते।
कई विपक्षी दल मुर्मू के साथ
द्रौपदी मुर्मू को एनडीए गठबंधन के अलावा कई विपक्षी दलों का भी साथ मिला। बीएसपी, बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल, तेलुगू देशम पार्टी, जनता दल (सेक्युलर), शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित कई विपक्षी दल द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आगे आए।
जबकि कुछ विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ कांग्रेस, एनसीपी, टीआरएस, आरजेडी, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, सपा, एआईएमआईएम, नेशनल कॉन्फ्रेन्स आदि का समर्थन है।
बीते दिनों यह साफ दिखाई दिया कि एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के बाद विपक्षी एकता भरभराकर गिर गई है।