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कोरोना: महाराष्ट्र में रिकॉर्ड 25,833 केस, अब तक सबसे ज़्यादा

कोरोना: महाराष्ट्र में रिकॉर्ड 25,833 केस, अब तक सबसे ज़्यादा

महाराष्ट्र बड़ी मुश्किल से कोरोना संक्रमण पर क़ाबू पा सका था लेकिन यहां कोरोना फिर से बेकाबू होता दिख रहा है। 

महाराष्ट्र में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बेहद ख़तरनाक होता दिख रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 25,833 नए मामले सामने आए हैं और 58 लोगों की मौत हुई है। बीते दिन संक्रमण का यह आंकड़ा 23,179 था। इससे पहले राज्य में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पिछले साल 11 सितंबर को 24 हज़ार 886 संक्रमण के मामले आए थे। महाराष्ट्र बड़ी मुश्किल से कोरोना संक्रमण पर क़ाबू पा सका था लेकिन यहां कोरोना फिर से बेकाबू होता दिख रहा है। मुंबई में 24 घंटे में 2,877 नए मामले सामने आए और 8 लोगों की मौत हुई। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश भर में कोरोना के कुल एक्टिव मामलों में से 60 फ़ीसदी महाराष्ट्र से ही हैं जबकि मौतों के मामलों में यह आंकड़ा 45.4 फ़ीसदी है। केंद्र सरकार कह चुकी है महाराष्ट्र में इस महामारी की दूसरी लहर आ चुकी है। महाराष्ट्र की वजह से गुरूवार को देश भर में कोरोना के मामलों का ग्राफ़ काफी ऊपर गया और एक दिन में 35 हज़ार 871 मामले आए। 

महाराष्ट्र में अभी कुल एक्टिव केस 1,66,353 हैं। राज्य में 53,138 लोग इस महामारी के कारण जान गवा चुके हैं। दूसरे सूबों की बात करें तो मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटों में 917 मामले, गोवा में 98 मामले सामने आए। 

इस वजह से महाराष्ट्र सरकार ने बीते कुछ दिनों में कई इलाक़ों में फिर से लॉकडाउन लगाया है और कुछ जगहों पर प्रतिबंध बढ़ाए हैं। इन शहरों में नागपुर, पुणे, यवतमाम, अकोला आदि शामिल हैं। नागपुर में 21 मार्च तक लॉकडाउन है जबकि पुणे में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। 

पुणे में सभी स्कूलों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा परभणी जिले के प्रशासन ने परभणी से दूसरे शहरों जैसे- मुंबई, औरंगाबाद, पुणे और नांदेड़ में जाने वाली बसों की सेवा बंद कर दी है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, अब तक वैक्सीन की कुल 3,89,20,259 डोज दी जा चुकी हैं। देश में कोरोना के टीकाकरण को 2 महीने का वक़्त पूरा हो चुका है।  

 - Satya Hindi

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और त्वरित क़दम उठाने की ज़रूरत बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें कोरोना की दूसरी लहर को बढ़ने से जल्द रोकना होगा। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन के बर्बाद होने की ख़बरों को लेकर गहरी चिंता जाहिर की। 

प्रधानमंत्री ने छोटे स्तर पर कंटेनमेंट ज़ोन बनाने, प्रतिबंधों को लागू करने जैसे क़दमों को उठाने के लिए भी कहा था। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा था कि यदि महामारी को अभी नहीं रोका गया तो यह पूरे देश में फिर से फैल जाएगी।

केंद्र और राज्य सरकारें लोगों से लगातार इस बात की अपील कर रही हैं कि वे क़तई ढिलाई न करें। कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करें। मसलन, मास्क ढंग से पहनकर ही घर से बाहर निकलें, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। लेकिन इसके बावजूद कई शहरों में लोग जबरदस्त लापरवाही करते दिखते हैं।

दुनिया फिर खौफ़ में

पूरी दुनिया फिर से कोरोना की चपेट में आती दिख रही है। हर रोज़ संक्रमण के मामले 5 लाख से ज़्यादा हो गए हैं। ब्राज़ील में तो एक दिन में 90 हज़ार से भी ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। अमेरिका में संक्रमण के 62 हज़ार से ज़्यादा मामले आए। फ्रांस में क़रीब 38 हज़ार, इटली में 23 हज़ार, पोलैंड में 25 हज़ार, तुर्की में 18 हज़ार और जर्मनी में 16 हज़ार पॉजिटिव केस आए हैं। कुछ अन्य देशों में भी संक्रमण तेज़ी से बढ़ने लगा है। इस वजह से लोगों में इस महामारी का ख़ौफ़ फिर से बढ़ने लगा है। 

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