छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने मतदाताओं से 6 चुनावी वादे किए हैं। कांग्रेस ने वादा किया है कि राज्य में उसकी दोबारा सरकार बनते ही सरकारी स्कूलों में केजी से लेकर कॉलेजों में पीजी तक की पढ़ाई निःशुल्क कर दी जाएगी। कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उसकी सरकार बनते ही जातिगत जनगणना शुरू कर दी जाएगी।
कांग्रेस ने इस चुनाव में आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े कई वादे किये हैं। इसी में से एक वादा मुफ्त शिक्षा का भी है। पार्टी को इस बात का एहसास है कि निम्न और मध्य वर्ग के परिवारों की आय का एक बड़ा बजट बच्चों की शिक्षा में ही चला जाता है। ऐसे में मुफ्त शिक्षा का वादा कर पार्टी ने एक बड़े तबके को लुभाने का प्रयास किया है। अब देखना होगा कि इस वादे का छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कितना असर होता है।
इसी तरह से पार्टी ने छत्तीसगढ़ में ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिए जाति गणना का कार्ड खेला है। पार्टी को भरोसा है कि राज्य की सबसे बड़ी आबादी वाला वर्ग ओबीसी है जो उसकी इस घोषणा से खुश होगा। पार्टी के नेता हाल के दिनों में कई बार जाति गणना की बात कह चुके हैं।
शनिवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बस्तर में दो बड़ी रैलियां की हैं। उन्होंने सबसे पहले उत्तर बस्तर की भानुप्रतापपुर सीट और फिर कोंडागांव के फरसगांव में चुनावी सभा को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से कई वादे किये। उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबों का पैसा अडाणी को दो रही है।
मैं आपसे झूठे वादे नहीं करूंगा
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के नेता नहीं चाहते कि गरीब का बेटा भी अंग्रेजी बोले। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार आर्थिक और सामाजिक, हर मोर्चे पर जनता के साथ खड़ी रही है। यही कारण है कि कांग्रेस पर जनता का भरोसा बरकरार है। उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस की सरकार आ रही है।राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने आपसे बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। मैं आपसे झूठे वादे नहीं करूंगा, क्योंकि मैं जो कहता हूं वो करके दिखाता हूं।
कांग्रेस ने पिछली बार किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था और हमने यह वादा पूरा किया। 19 लाख किसानों का 10 हजार करोड़ रुपया माफ किया गया। हम आपसे फिर यह वादा करते हैं। कांग्रेस सरकार पिछली बार की तरह फिर से छत्तीसगढ़ के किसानों का कर्ज माफ करेगी। तेंदू पत्ता संग्राहक परिवार को साल में 4 हजार रुपए का बोनस दिया जायेगा।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं। आदिवासी का मतलब जो हिंदुस्तान के पहले मालिक, पूरी जमीन के असली मालिक से है। आदिवासियों को भूमि का अधिकार मिलना चाहिए। जल, जंगल और जमीन की रक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वनवासी का मतलब जंगल में रहने वालों से है। सच्चा शब्द आदिवासी है।
ओबीसी वर्ग को जागरूक होना पड़ेगा
राहुल गांधी ने कहा कि ओबीसी वर्ग को जागरूक होना पड़ेगा, क्योंकि आपको ठगा जा रहा है। हिन्दुस्तान में ओबीसी की आबादी 50 प्रतिशत से ज्यादा है, लेकिन हिन्दुस्तान को चलाने में आपको 5 प्रतिशत की भागीदारी भी नहीं मिल रही। आखिर ऐसा क्यों है?राहुल गांधी ने कहा कि देश को लोकसभा, राज्यसभा के एमपी नहीं चलाते हैं। हिंदुस्तान की सरकार में 90 ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जो सरकार को असलियत में चलाते हैं। सारे फैसले ये ही लेते हैं। सेना को कितना पैसा जाएगा। भोजन के अधिकार में कितना पैसा जाएगा जैसे बड़े फैसले भी यही लेते हैं। लेकिन इन 90 आईएएस अधिकारियों में से सिर्फ तीन लोग ही पिछड़े वर्ग के हैं। देश का बजट 45 लाख करोड़ का है। इनमें से तीन अफसर सिर्फ 5 प्रतिशत बजट पर निर्णय लेते हैं। सवाल यही है कि क्या हिंदुस्तान में ओबीसी की आबादी सिर्फ पांच प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के 2 तरीके होते हैं। एक तरीका- सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचाओ। दूसरा तरीका- गरीब लोगों की मदद करो कांग्रेस सरकार किसानों, मजदूरों, गरीबों और बेरोजगारों की मदद करती है। लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों की मदद करती है।
पिछले चुनाव में हमने छत्तीसगढ़ से 2-3 बड़े वादे किए थे। तब हमारे वादे थे कि किसानों की फसलों का सही दाम देंगे। किसानों का कर्ज माफ करेंगे और बिजली का बिल हाफ होगा। जब हम ये वादे कर रहे थे, तो पीएम मोदी से लेकर भाजपा के बड़े नेताओं ने कहा था कि ये वादे पूरे नहीं होंगे। लेकिन हमने सरकार बनते ही उस काम को 2 घंटे में पूरा कर दिखाया था।