'नमस्ते ट्रंप' पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, प्रियंका ने पूछा, क्या छुपा रही है सरकार?
कांग्रेस पार्टी ने डोनल्ड ट्रंप की भारत यात्रा और उनके स्वागत पर होने वाले खर्च पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने नरेद्र मोदी सरकार को घेरते हुए पूछा है कि सरकार ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपए किस समिति के ज़रिए खर्च कर रही है। उन्होंने यह भी पूछा है कि सरकार क्या छिपा रही है
प्रियंका गाँधी ने ट्विट किया, 'राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है। समिति के सदस्यों को पता ही नहीं कि वो उसके सदस्य हैं। क्या देश को ये जानने का हक नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है'
राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है। समिति के सदस्यों को पता ही नहीं कि वो उसके सदस्य हैं। क्या देश को ये जानने का हक नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है pic.twitter.com/1B0Y7oKIV3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 22, 2020
क्या कहना है विदेश मंत्रालय का
ये सवाल इसलिए भी अहम है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आगमन और उनके स्वागत पर कई सवाल खड़े होते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के बयान से ही विवाद की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि अमदाबाद में ट्रंप के स्वागत का आयोजन 'डोनल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति' कर रही है। इसके साथ ही कई सवाल खड़े हो गए।
सवाल यह है कि इस समिति का गठन किसने किया और कौन लोग इसके पीछे हैं ट्रंप के स्वागत में जो करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं, क्या इस समिति ने ही वह पैसा जुटाया है या सरकार ने उसे वह पैसा दिया है सरकार किसी निजी संस्था को इस तरह करोड़ों रुपए कैसे दे सकती है
अभिनंदन समिति
समिति ने नमस्तेप्रेसीडेंटट्रंप डॉट इन (namastepresidenttrump.in) वेबसाइट पर इस यात्रा से जुड़ी जानकारियाँ डाली हैं। पर दिलचस्प बात यह है कि गुजरात सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के पास इसकी कॉपीराइट है, यानी उसने यह वेबसाइट बनाई है।चौंकाने वाली बात यह है कि इस वेबसाइट पर आयोजकों के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इस पर अबाउट अस पेज नहीं है। दूसरी अहम बात यह है कि अहमदाबाद शहर में में ‘नमस्ते ट्रम्प’ कार्यक्रम से जुड़े 10 हजार पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, विज्ञापन लगाए जा चुके हैं। लेकिन किसी पर अभिनंदन समिति का नाम नहीं है। शुक्रवार को यह पता चला कि अहमदाबाद के मेयर इस समिति के अध्यक्ष हैं।
पहले यह कहा जा रहा था कि ट्रम्प दुनिया के इस सबसे बड़े स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे। लेकिन ऐसा होने पर गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन या बीसीसीआई का नाम आता, लेकिन उनका नाम नहीं आया। अब कहा जा रहा है कि ट्रंप इसका उद्घाटन नहीं करेंगे।
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने हिन्दी दैनिक भास्कर से कहा कि ट्रंप से जुड़े कार्यक्रम में राज्य सरकार की भूमिका नहीं है। वह सिर्फ व्यवस्था कर रही है। ट्रंप का स्वागत शहर के नागरिक कर रहे हैं।
आरटीआई अर्जी
आरटीआई एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने नमस्ते ट्रंप के बारे में जानकारी माँगते हुए विदेश मंत्रालय को एक अर्जी दी है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के चीफ़ पब्लिक इनफ़ॉर्मेशन अफ़सर से पूछा है कि :- क्या नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का आयोजन कोई निजी संस्था कर रही है
- उन्होंने पूछा कि क्या इसके लिए डोनल्ड ट्रंप नागरिक अभिन्दन समिति ने विदेश मंत्रालय से अनुमति ली है।
- गोखले ने इस समिति के सदस्यों के नाम भी पूछे हैं।
- उन्होंने यह भी कहा है कि नागरिक अभिनंदन पर प्रधानमंत्री कार्यालय और अमेरिकी प्रशासन के साथ समिति के पत्र-व्यवहार की चिट्ठियों की कॉपी उन्हें दी जाए।
तो क्या यह मान लिया जाए कि अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत का कार्यक्रम निजी कार्यक्रम है अमेरिका में हाऊडी मोदी कार्यक्रम का आयोजन प्रवासी भारतीयों के संगठनों ने मिल कर किया था। वह अमेरिका का सरकारी कार्यक्रम नहीं था।
तकनीकी तौर पर इसमें कोई दिक्क़त नहीं है। लेकिन सवाल उठता है कि किसी निजी कार्यक्रम पर सरकार पैसे क्यों खर्च कर रही है, वेबसाइट बना रही है। कार्यक्रम के आयोजक क्यों नहीं खुल कर कहते कि सरकार का इससे कोई मतलब नहीं है।
सवाल यह भी उठता है कि पोस्टर-बैनर पर आयोजन समिति का नाम क्यों नहीं है। ये तमाम सवाल पूरे कार्यक्रम को ही सवाल के घेरे में लाते हैं। इन सवालों के जवाब कोई नहीं दे रहा है।