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कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव: सांसद बोले- सार्वजनिक हो मतदाता सूची

कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव: सांसद बोले- सार्वजनिक हो मतदाता सूची

कांग्रेस के कई सांसद मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग उठा चुके हैं। क्या पार्टी इसे सार्वजनिक करेगी?

असम से कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में इस्तेमाल होने वाली मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की है। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और केरल से सांसद शशि थरूर ने भी मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की थी। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री और पंजाब की आनंदपुर साहिब सीट से सांसद मनीष तिवारी ने भी कुछ दिन पहले मधुसूदन मिस्त्री से पूछा था कि जब मतदाता सूची सार्वजनिक नहीं की गई है तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कैसे हो सकते हैं। 

तिवारी ने मांग की थी कि निष्पक्ष चुनाव के लिए सारे मतदाताओं के नाम और पते भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाने चाहिए। 

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन 24 से 30 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। पार्टी का कोई भी नेता अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकता है। 

कांग्रेस सांसद बोरदोलोई ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की है जिससे इसे लेकर सामने आ रही तमाम आशंकाओं को दूर किया जा सके। कांग्रेस सांसद ने इसके साथ ही अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को पूरी तरह स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से कराए जाने की भी मांग की है। 

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में लगभग 9000 मतदाता हैं। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बोरदोलोई ने कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण से कहा है कि वह कांग्रेस की वेबसाइट पर राज्यवार मतदाता सूची को अपलोड कर दें।

इस बारे में मधुसूदन मिस्त्री ने मीडिया से कहा था कि मतदाता सूची सार्वजनिक नहीं की जाती है लेकिन कांग्रेस पार्टी का कोई सदस्य इसकी जांच करना चाहता है तो वह पीसीसी कार्यालय में जाकर जांच कर सकता है और किसी भी उम्मीदवार के द्वारा नामांकन दाखिल करने के बाद ही उसे इस मतदाता सूची को दिया जाएगा। 

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कार्ति ने किया समर्थन

बुधवार को कांग्रेस के लोकसभा सांसद कार्ति चिदंबरम मनीष तिवारी के समर्थन में आगे आए थे। लेकिन यह बताना होगा कि कार्ति चिदंबरम और बोरदोलोई कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 के नेता नहीं हैं।

कार्ति चिदंबरम ने मनीष तिवारी का समर्थन करते हुए कहा था कि हर चुनाव के लिए एक स्पष्ट निर्वाचक मंडल जरूरी होता है और निर्वाचक मंडल के गठन की प्रक्रिया भी स्पष्ट होनी चाहिए। कार्ति ने कहा था कि एडहॉक निर्वाचक मंडल कोई निर्वाचक मंडल नहीं है। 

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सीडब्ल्यूसी में भी हों चुनाव

खबरों के मुताबिक, G-23 गुट के कुछ नेता चाहते हैं कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी सीडब्ल्यूसी में भी सदस्यों का चुनाव निर्वाचन के जरिए होना चाहिए। शशि थरूर ने भी सीडब्ल्यूसी के एक दर्जन पदों के लिए चुनाव कराने की मांग की है। 

थरूर लड़ेंगे चुनाव?

शशि थरूर के बारे में इस तरह की चर्चाएं हैं कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, शशि थरूर ने अभी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने को लेकर अंतिम फैसला नहीं लिया है लेकिन वह इसे लेकर जल्द ही कोई फैसला कर सकते हैं। थरूर G-23 गुट में शामिल हैं। 

राहुल बनेंगे अध्यक्ष?

कांग्रेस 7 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा भी शुरू करने वाली है और उससे ठीक पहले पार्टी नेताओं के कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सवाल उठाए जाने से निश्चित रूप से पार्टी को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। अभी यह भी तय नहीं है कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा क्योंकि राहुल गांधी अध्यक्ष बनने से पूरी तरह इनकार कर चुके हैं जबकि कई वरिष्ठ नेता खुलकर कह चुके हैं कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष होना चाहिए। राहुल के अड़े रहने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी के अध्यक्ष हो सकते हैं। 

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