कांग्रेस नेताओं के विमान लखनऊ एयरपोर्ट पर नहीं उतरने देने का आदेश
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि लखीमपुर खीरी में इसके नेताओं को जाने से रोका जा रहा है। प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के बाद अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उप मुख्यमंत्री एसएस रंधावा को लखनऊ में हवाई हड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई है। रिपोर्ट है कि रविवार को कथित तौर पर मंत्री के बेटे की कार से कुचलकर 4 किसानों के मारे जाने और हिंसा में 4 अन्य लोगों की मौत के बाद लखीमपुर खीरी ज़िले में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। हालाँकि, इसको लेकर भूपेश बघेल ने सवाल उठाए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि जब निषेधाज्ञा लखीमपुर में है तो लखनऊ में उतरने से क्यों रोका जा रहा है।
उत्तरप्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 4, 2021
क्या उत्तरप्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं?
अगर धारा 144 लखीमपुर में है तो लखनऊ उतरने से क्यों रोक रही है तानाशाह सरकार?#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/8kwEfpjYhp
बघेल ने ट्वीट के साथ एयरपोर्ट प्राधिकरण को जारी यूपी सरकार का आदेश भी ट्वीट किया है। उसमें लिखा है, 'लखीमपुर खीरी में घटित घटना के बाद क़ानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।' इसके साथ एयरपोर्ट के अधिकारियों को संबोधित उस आदेश में लिखा गया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और पंजाब के उपमुख्यमंत्री को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ में उतरने की अनुमति नहीं दें।
कांग्रेस ने इसको लेकर जबरदस्त हमला किया है। इसने कहा है कि क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं।
जनता द्वारा चुने हुए एक मुख्यमंत्री को भाजपा सरकार यूपी आने से रोक रही है।
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
क्या ये छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान नहीं है?
भाजपाई हुकूमत को समझना होगा कि तानाशाही तरीके से वो सच के लिए उठने वाली आवाजों को दबा नहीं सकती।#लखीमपुर_किसान_नरसंहार https://t.co/wdDYFeFFda
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर ज़िले में प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को कथित रूप से कार से रौंद कर मार देने के आरोप के बाद बवाल मचा है। आरोप है कि लखीमपुर सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे मोनू की कार से यह हादसा हुआ है। 4 किसानों की मौत कार से कुचलकर हुई है जबकि चार अन्य लोगों की मौत हिंसा में हुई है। कई अन्य घायल हुए हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी मारे गए उन किसानों के परिवारों से मिलने जा रही थीं तो उनको हिरासत में ले लिया गया।
कांग्रेस ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें दिखता है कि पुलिस वालों पर प्रियंका नाराज़ हो रही हैं। वह पुलिसकर्मी से कहती हैं, 'वारंट निकालो, ऑर्डर निकालो। नहीं तो मैं यहां से नहीं हिल रही हूं। और अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं अपहरण का आरोप लगाऊंगी। और आरोप पुलिस पर नहीं बल्कि आप पर होगा।' एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा है, 'श्रीमती प्रियंका गांधी जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे...।'
मायावती ने भी कहा है कि उनके नेता को नज़रबंद कर लिया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहाँ लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी है ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।'