तीरथ रावत: महिलाओं ने ट्रेंड कराया #Rippedjeans, फटी जींस संग फ़ोटो डाली
तीरथ सिंह रावत को बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया तो इसलिए कि वे राज्य में कुछ बेहतर काम करेंगे लेकिन रावत ने कुर्सी पर बैठते ही विवादित बयानों की बौछार लगा दी है। रावत ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में पहले यह कहा कि फटी जींस पहनने वाली महिलाएं क्या संस्कार देंगी तो फिर ये कह दिया कि जब वे छात्र थे तो उनके इलाक़े की एक लड़की चंडीगढ़ से जब वापस आई तो उसके कपड़ों को देखकर लड़कों ने उसके पीछे भागना शुरू कर दिया।
तीरथ के इन बयानों को लेकर आम महिलाओं से लेकर सियासत में सक्रिय महिलाओं ने तीख़ी टिप्पणियां की, उन पर तंज कसे और #RippedJeansTwitter ट्रेंड करा दिया। साथ ही फटी जींस पहनी हुई फ़ोटो को भी पोस्ट किया है।
शिव सेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस हैशटैग पर ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री जी सोच बदलो, तभी देश बदलेगा। उन्होंने जो फ़ोटो पोस्ट की है उसमें वह फटी जींस के साथ दिख रही हैं। पूर्व फ़ेमिना मिस इंडिया सिमरन कौर मुंडी ने भी फटी जींस वाली फ़ोटो ट्वीट की है। अभिनेत्री गुल पनाग, सोनम महाजन, पत्रकार रोहिणी सिंह, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, महानायक अमिताभ बच्चन की नातिनी नाव्या नंदा की तरह हज़ारों महिलाओं ने फटी जींस वाली फ़ोटो ट्वीट की है।
Ripped Jeans aur Kitab.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 18, 2021
The country’s ‘sanskriti’ & ‘sanskaar’ are impacted by men who sit and judge women and their choices. Soch badlo Mukhyamantri Rawat ji, tabhi desh badlega. #RippedJeansTwitter pic.twitter.com/qYXcN88fY6
रावत के इस बयान पर टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा है कि आप स्टेट चलाते हो और दिमाग फटे दिखते हैं। महुआ ने एक और ट्वीट में कहा, “सीएम साब, जब आपको देखा तो ऊपर नीचे आगे पीछे हमें सिर्फ़ बेशर्म बेहूदा आदमी दिखता है।”
सीपीआई (एमएल) की पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने ट्वीट किया, “महिला से मिलें तो उनके काम, विचार से नहीं पहचानें, बल्कि उनके घुटने आदि ढके हैं या नहीं, इस पर नजर चलाएं! महिला के कपड़े बाजारू नहीं, आपकी सोच बलात्कारी है।”
. @TIRATHSRAWAT आप क्या संस्कार दे रहे हैं? कि महिला से मिलें तो उनके काम, विचार से नहीं पहचाने, बल्कि उनके घुटने आदि ढके हैं या नहीं, इस पर नजर चलाएं! "She isn't dressed like a slut, you're thinking like a rapist" - महिला के कपड़े बाजारू नहीं, आपकी सोच बलात्कारी है. https://t.co/uo7Ol5rcVZ
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) March 17, 2021
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “रावत की महिलाओं के प्रति सोच देखिए। ये मज़े लेकर बोल रहे है कि बग़ल वाली औरत को नीचे से ऊपर तक कैसे देखा! और फटी जींस से लड़की के चरित्र को तार-तार कर रहे हैं। ऐसी भ्रष्ट बुद्धि लेकर जनता का प्रतिनिधित्व करने चले हैं?” स्वाति ने लिखा कि बलात्कार महिलाओं के छोटे कपड़ों की वजह से नहीं होते हैं बल्कि तीरथ सिंह रावत जैसों के महिलाओं के ख़िलाफ़ घृणा फैलाने वाले बयानों के कारण होते हैं।
Rapes happen not because women wear short clothes but because men like Tirath Singh Rawat propagate mysogyny and fail to do their duty.
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) March 18, 2021
Stand in solidarity with the women in #RippedJeansTwitter ! pic.twitter.com/bxVtwcpgWE
जया बच्चन ने की निंदा
समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने एएनआई से कहा, “मुख्यमंत्री पद पर बैठे शख़्स को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता। आप कपड़ों से फ़ैसला करेंगे कि कौन संस्कारी है और कौन असंस्कारी है और इसी तरह की सोच से महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रहे अपराधों को बढ़ावा मिलता है।”तमनप्रीत कौर नाम की ट्विटर यूजर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत की नेकर में फ़ोटो ट्वीट की है और पूछा है कि ये लोग समाज को क्या संदेश दे रहे हैं। संघ के स्वयंसेवक पहले नेकर ही पहनते थे लेकिन अब वे पैंट पहनते हैं।
Shocked to see Sanghis in Chaddis , What message are they sending to Society ?
— 𝐓𝔞𝔪𝔞𝔫𝔭𝔯𝔢𝔢𝔱 𝔎𝔞𝔲𝔯 🌸💫 (@Taman_Rupal) March 18, 2021
If women’s visible knees would set a bad example for society then why not the men’s knees?? Is their body made of some different flesh ?? #RippedJeansTwitter pic.twitter.com/hYA44mg6iS
पुरूषों ने भी किया विरोध
महिलाएं ही नहीं पुरूष भी तीरथ सिंह रावत के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं। कई ट्विटर यूजर्स ने कहा है कि फ़टी जीन्स नहीं, फ़टी सोच वाले मुख्यमंत्री को बदलने की जरूरत है। यह भी कहा है कि रावत ने आते ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की मानसिकता दिखा दी है।
हरीश रावत ने दी सलाह
कुल मिलाकर तीरथ सिंह रावत ने अपना मखौल उड़वा लिया है और उन्हें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सलाह दी है कि यह नया जमाना है और ऐसा लगता है कि मुंह पका बीमारी तो मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंच गई है। रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तराखंड की तरफ ध्यान दें, न कि इस तरह के बयान दें।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके बाद संघ के ही छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति का ककहरा सीखने वाले रावत को इन बयानों को लेकर महिलाओं से तो माफी मागंनी ही चाहिए, ख़ुद को बदलने की भी कोशिश करनी चाहिए क्योंकि 21 वीं सदी में महिलाओं को कपड़ों से आंकने का विचार बेहद दकियानूसी है।
दुनिया में कई फील्ड में महिलाएं पुरूषों को पीछे छोड़ चुकी हैं और रावत को इस बात को समझ लेना चाहिए कि वह इस तरह के बयान देकर अपने साथ-साथ देवभूमि उत्तराखंड की भी जग हंसाई करा रहे हैं।