+
गहलोत ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर कहा- सरकार गिराने का प्रयास हो रहा

गहलोत ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर कहा- सरकार गिराने का प्रयास हो रहा

राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। 

राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। चिट्ठी में गहलोत ने यह भी आरोप लगाया है कि दल बदल के लिए कांग्रेस विधायकों की ख़रीद-फ़रोख़्त की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह चिट्ठी तब लिखी है जब राजस्थान हाइकोर्ट की ओर से पायलट खेमे को 24 जुलाई तक तात्कालिक राहत मिल गई है और राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। 

मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी के बारे में ख़ुद जानकारी दी। उन्होंने उस चिट्ठी को ट्वीट किया है। चिट्ठी के साथ ट्वीट में भी उन्होंने लिखा है कि सरकार गिराने के लिए लोकतांत्रिक मर्यादाओं के ख़िलाफ़ हॉर्स ट्रेडिंग की जा रही है। 

उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि मुझे नहीं पता कि किस हद तक यह आपकी जानकारी में है अथवा आपको गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास ऐसे कृत्य में भागीदार बनने वालों को कभी माफ़ नहीं करेगा।

गहलोत ने पत्र की शुरुआत में ही लिखा है, 'मैं आपका ध्यान राज्यों में चुनी हुई सरकारों को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत हॉर्स ट्रेडिंग के माध्यम से गिराने के लिए किए जा रहे कुत्सित प्रयासों की ओर आकृष्ट करना चाहूँगा।' 

गहलोत ने केंद्र और राज्य सरकारों और लोकतंत्र का ज़िक्र करते हुए लिखा है, 'हमारे संविधान में बहुदलीय व्यवस्था के कारण राज्यों और केंद्र में अलग-अलग दलों की सरकारें चुनी जाती रही हैं। यह हमारे लोकतंत्र की ख़ूबसूरती ही है कि इन सरकारों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य किया।'

मंत्री गजेंद्र शक्तावत का नाम लिया

मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट का भी हवाला दिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी संदर्भ में उन्होंने आगे लिखा कि ऐसे में राजस्थान में भी चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है। 

गहलोत ने पत्र में लिखा, 'इस कृत्य (सरकार को गिराने) में केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता और हमारे दल के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं। इनमें से एक श्री भँवर लाल शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता ने स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत सरकार को भी (भाजपा नेता होने के बावजूद) विधायकों की ख़रीद-फ़रोख़्त कर गिराने का प्रयास किया था।'

बता दें कि जब से राजस्थान में कांग्रेस का संकट शुरू हुआ है तब से पार्टी अपने विधायकों की ख़रीद-फ़रोख़्त का प्रयास किए जाने का आरोप लगाती रही है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीते शुक्रवार को कहा था कि दो कथित ऑडियो टेप सामने आए हैं, इनमें गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवर लाल शर्मा और बीजेपी नेता संजय जैन के बीच बातचीत हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि ऑडियो टेप में बातचीत के दौरान पैसे के लेन-देन को लेकर और गहलोत सरकार को गिराने की साज़िश रची जा रही है। कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा था कि वह किसी भी तरह की जाँच के लिए तैयार हैं और इन ऑडियो टेप में उनकी आवाज़ नहीं है। 

कथित ऑडियो टेप को लेकर शेखावत व कांग्रेस के बाग़ी विधायक भंवर लाल शर्मा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें