छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले में हुए एक ज़बरदस्त विस्फोट में भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मान्डवी मारे गए। उनकी सुरक्षा में साथ चल रहे पाँच जवान भी इस विस्फोट में शहीद हो गए। समझा जाता है कि यह विस्फोट माओवादियों ने किया है।
विस्फोट के बाद माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी चल रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके बाद एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा।
यह घटना कुआकोंडा थाना क्षेत्र के नकुलनार-बचेली शार्टकट मार्ग की है | बताया जा रहा है कि चुनावी सभा से विधायक सुरक्षा काफिले के साथ लौट रहे थे, इसी दौरान नक्सलियों ने श्यामगिरी के पास बुलेटप्रूफ गाड़ी को नक्सलियों ने ब्लास्ट कर दिया। बताया जा रहा है कि धमाका इतना ज़बरदस्त था कि इसकी गूंज आस-पास के इलाक़ों तक सुनाई दी | इधर पुलिस की बैकअप फ़ोर्स को रवाना कर दिया गया है| बताया जा रहा है कि विस्फोट की वजह से एक गाड़ी के परखचे उड़ गए हैं। जिस रास्ते पर नक्सलियों ने विस्फोट किया है 2014 में इसी मार्ग पर नक्सलियों की वारदात में एक टीआई विवेक शुक्ला सहित 5 जवान शहीद हो गए थे।
पर्वेक्षकों का कहना है कि चुनाव के ठीक पहले इस तरह के हमले कोई नई बात नहींँ है। वहाँ पहले भी इस तरह के हमले हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के थोड़ी दिन बाद ही माओवादियों ने एक हमला किया था। मंगलवार का हमला यह साफ़ करता है कि सरकार बदलने भर से वहाँ की स्थितियाँ नहीं बदली हैं।
निशाने पर थे मंडावी
मंडावी नक्सलवादियों के निशाने पर पहले से ही थे। इसी वजह से उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाई गई थी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण दंतेवाड़ा में चुनाव प्रचार दोपहर तीन बजे ही खत्म हो गया था। मंडावी बुलेटप्रूफ गाड़ी में सवार थे। उनके काफ़िले में सुरक्षा बलों की गाड़ी भी थी। धमाका इतना ताक़तवर था कि मंडावी और सुरक्षा बलों की गाड़ियों के परखचे उड़ गये।
बीजेपी के अकेले विधायक
मंडावी बस्तर संभाग के अकेले बीजेपी विधायक थे। छत्तीसगढ़ के 2018 के विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग की 12 सीटों में से बीजेपी केवल दंतेवाड़ा सीट पर जीती थी। यहां भीमा मंडावी ने कांग्रेस की देवती कर्मा को हराया था। मंडावी विधानसभा में बीजेपी विधायक दल के उपनेता भी थे।
झीरमघाटी में पहले भी हुआ था हमला
झीरमघाटी हमले में दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक महेंद्र कर्मा मारे गये थे। छत्तीसगढ़ के झीरमघाटी में 2013 में हुए नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेता मारे गए थे। इनमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार समेत 30 लोगों की मौत हो गई थी। ॉ
महेंद्र कर्मा दंतेवाड़ा सीट से तीन बार विधायक रहे थे। 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भीमा मंडावी ने ही हराया था। हालांकि, 2013 के विधानसभा चुनाव में मंडावी महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा से हार गए थे।