छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सभी 11 लोकसभा सीटों पर सीधी टक्कर है। बीजेपी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हुई हार से सबक लेते हुए सभी 11 सीटों पर नए चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा है और अपने मौजूदा सभी 10 सांसदों के टिकट काट दिए हैं। उधर, कांग्रेस ने भी नए चेहरों पर दाँव आजमाया है।
बीजेपी ने उतारे नए चेहरे
छत्तीसगढ़ में बीजेपी अपने नए उम्मीदवारों के साथ चुनाव मैदान में है। पार्टी को उम्मीद है कि ये सभी नए चेहरे जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। बीजेपी ने रायपुर से आठ बार के सांसद रमेश बैस का टिकट काट कर उनके स्थान पर रायपुर के पूर्व मेयर सुनील सोनी को मैदान में उतारा है। इसके अलावा बिलासपुर से अरुण साव, महासमुंद से चुन्नीलाल साहू, राजनांदगाँव से संतोष पांडे, बस्तर से बैदूराम कश्यप, कांकेर से मोहन मांडवी, रायगढ़ से गोमती साय, सरगुजा से रेणुका सिंह, जांजगीर चांपा से गुहाराम अजगले, कोरबा से ज्योतिनंद दुबे और दुर्ग से विजय बघेल को पार्टी ने टिकट दिया है।
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ऐसे कार्यकर्ता जो 25-30 साल से भारतीय जनता पार्टी के संगठन में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं, जिन्होंने अलग-अलग दायित्व में पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है, ऐसे नए चेहरे लेकर बीजेपी चुनाव मैदान में है तो इस बार एक बार हम फिर से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। बीजेपी सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी।
रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एवं उपाध्यक्ष, बीजेपी
बीजेपी को बग़ावत का ख़तरा
सभी वर्तमान 10 सांसदों का टिकट कटने से इन सीटों पर असंतोष भी देखा जा रहा है। वर्तमान सांसदों के समर्थक पार्टी के फ़ैसले से भड़के हुए हैं। जांजगीर, कांकेर और महासमुंद लोकसभा सीटों पर तो बीजेपी के कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ता बाग़ी प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है। हालाँकि संगठन ऐसे नाराज़ कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटा हुआ है।
दूसरी ओर, विधानसभा चुनाव में मिली जबरदस्त जीत से कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। कांग्रेस ने भी सभी 11 सीटों पर नए चेहरे उतारने की बात कही है और नौ सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। जबकि दो सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन का दौर जारी है। बताया जाता है कि कोरबा लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ के मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत और दुर्ग लोकसभा सीट से प्रतिमा चंद्राकर का नाम सुर्ख़ियों में है।
राज्य के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल का दावा है कि विधानसभा चुनाव की ही तरह लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि सारे चौकीदार बदल दिए गए हैं, बीजेपी को अपने ख़ुद के चौकीदारों पर विश्वास नहीं है। भूपेश बघेल के मुताबिक़, जिस प्रकार राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में कामयाबी हासिल हुई वैसी ही जीत लोकसभा चुनाव में भी मिलेगी। उन्होंने साफ़ तौर कर कहा कि इस बार एनडीए की नहीं बल्कि यूपीए की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि राहुल गाँधी प्रधानमंत्री बनेंगे।
छत्तीसगढ़ में 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट पर वोट डाले जाएँगे। जबकि 18 अप्रैल को कांकेर, राजनांदगाँव, महासमुंद और 23 अप्रैल को रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर चांपा, दुर्ग, कोरबा और सरगुजा में वोट पड़ेंगे।
राज्य में बीजेपी की साख दाँव पर है। कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। क्योंकि उसका एक मात्र लोकसभा सीट दुर्ग पर कब्ज़ा है। जबकि शेष दस सीटों पर बीजेपी काबिज है। ऐसे में ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तो वक़्त ही बताएगा।