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छत्तीसगढ़ः कांग्रेस नेताओं पर ईडी छापे, एक्शन के बचाव में उतरीं निर्मला

छत्तीसगढ़ः कांग्रेस नेताओं पर ईडी छापे, एक्शन के बचाव में उतरीं निर्मला

छत्तीसगढ़ में ईडी छापों की टाइमिंग बहुत खास है। राज्य में कांग्रेस पार्टी का पूर्ण सत्र और विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले हैं। ऐसे में ईडी ने कांग्रेस नेताओं के आवास और दफ्तरों पर ठिकाने मारना शुरू कर दिया है। हालांकि वित्त मंत्री इन छापों के बचाव में उतर आई हैं।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर मारे गए ईडी के छापों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार 20 फरवरी को अपनी सरकार का बचाव किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि कोई भी कार्रवाई बदले की भावना से नहीं की जाती है। जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने कहा, कोई भी एजेंसी पहले डेटा एकत्र करती है और उसके बाद ही कार्रवाई की जाती है। बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे पहले ईडी ने आज छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर छापे मारे।

छत्तीसगढ़ में ईडी ने कांग्रेस नेताओं और उनसे जुड़े लोगों पर कथित कोयला लेवी घोटाले में छापे मारे हैं। ईडी ने राज्य में 14 जगहों पर कांग्रेस नेताओं के घरों और दफ्तरों की तलाशी ली। जिन परिसरों पर छापे मारे गए, उनमें से कुछ परिसर कांग्रेस विधायकों और राज्य पार्टी के कोषाध्यक्ष सहित पदाधिकारियों से जुड़े हैं।

ये छापे ऐसे समय मारे गए हैं, जब राज्य में विधानसभा चुनाव चंद महीनों में होने वाला है। इन छापों के जरिए एक संदेश यह जाता है कि प्रदेश की सरकार भ्रष्ट है। ईडी का इतिहास का है कि उसने ऐसे छापे और भी गैर बीजेपी शासित राज्यों में मारे हैं। ये छापे ऐसे समय भी मारे गए हैं जब 24 फरवरी से रायपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय पूर्ण सत्र शुरू होने वाला है। राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पार्टी का शासन है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, जो भी छापे मारे गए हैं, वे सभी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विधायकों और पदाधिकारियों पर हैं।

ईडी अधिकारियों ने कहा कि ईडी उन लोगों की जांच कर रहा है जो मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान कथित कोयला लेवी घोटाले की आय के लाभार्थी रहे हैं। ईडी ने आरोप लगाया है कि खैरागढ़ उपचुनावों के दौरान धन का उपयोग पार्टी फंड और अन्य व्यक्तियों के लिए किया गया था। 

ईडी के सूत्रों ने दावा किया कि राज्य कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के घर और दफ्तर की तलाशी ली गई है, क्योंकि उन्हें पार्टी दफ्तर में पैसे मिले थे।

इस बीच, छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए, सीएम बघेल ने ट्विटर पर कहा- बीजेपी 'भारत जोड़ो यात्रा' की सफलता और अडानी के बारे में सच्चाई उजागर होने से निराश है। यह छापा ध्यान हटाने का प्रयास है। देश जानता है कि सच क्या है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। 

बहरहाल, ईडी ने कहा कि हमारी जांच एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े कार्टेल द्वारा छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्ट किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी।

इस मामले में अब तक राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और एक अन्य कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईडी के सूत्रों ने कहा, इन लोगों ने 2021 में औसतन 500 करोड़ रुपये एकत्र किए थे।

 - Satya Hindi

ईडी ने अक्टूबर 2022 में छत्तीसगढ़ के शीर्ष नौकरशाहों, राजनेताओं और व्यापारियों से जुड़े 40 ठिकानों पर छापेमारी कर 4 करोड़ रुपये नकद, करोड़ों रुपये का कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे।

इस बीच कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में छापों के खिलाफ कांग्रेस ने खुलकर बयान दिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल ने कहा ये छापे लोकतंत्र की हत्या हैं। इन छापों से कांग्रेस की आवाज को नहीं दबाया जा सकता। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ईडी पिछले नौ वर्षों में सबसे ज्यादा छापे कांग्रेस नेताओं पर मारे हैं। बाकी विपक्षी दलों को निशाना बनाया गया लेकिन कांग्रेस नेताओं की संख्या ज्यादा है।

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